Maha Shivratri 2025: महाशिवरात्रि का व्रत कैसे रखें, जानें क्या खा सकते हैं और क्या नहीं?

0
5
Maha Shivratri 2025
Maha Shivratri 2025

महाशिवरात्रि हिंदू धर्म में भगवान शिव की पूजा के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं और भोलेनाथ की आराधना करते हैं। साल 2025 में महाशिवरात्रि का पर्व विशेष महत्व रखता है, और इस दिन सही विधि से व्रत रखना शुभ फलदायी माना जाता है। आइए जानते हैं महाशिवरात्रि व्रत रखने के नियम, पूजा विधि और व्रत के दौरान किन चीजों का सेवन किया जा सकता है और किनका नहीं।

महाशिवरात्रि व्रत कैसे रखें?

  • स्नान और संकल्प – व्रत की शुरुआत सुबह जल्दी उठकर गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान करके करें और व्रत का संकल्प लें।
  • पूजा विधि – भगवान शिव का अभिषेक दूध, दही, शहद, गंगाजल और बेलपत्र से करें।
  • दिनभर उपवास – भक्त पूरे दिन उपवास रखते हैं और कुछ लोग केवल फलाहार ग्रहण करते हैं।
  • रात्रि जागरण – शिवरात्रि की रात भगवान शिव की आराधना करते हुए जागरण करना बेहद शुभ माना जाता है।
  • अगले दिन व्रत पारण – अगले दिन प्रातः शिवजी की पूजा करने के बाद व्रत का समापन करें।

महाशिवरात्रि व्रत में क्या खा सकते हैं?

  • फल – सेब, केला, अंगूर, नारियल और अनार खा सकते हैं।
  • डेयरी उत्पाद – दूध, दही, मक्खन और पनीर का सेवन कर सकते हैं।
  • साबूदाना – साबूदाना खिचड़ी या व्रत से बनी अन्य डिशेज ले सकते हैं।
  • सिंघाड़े और कुट्टू का आटा – इनका उपयोग कर पराठे, पूरी या पकौड़े बना सकते हैं।
  • मखाने और ड्राई फ्रूट्स – व्रत में मखाना, बादाम, अखरोट और काजू खा सकते हैं।
  • शक्कर, गुड़ और सेंधा नमक – इनका उपयोग कर व्यंजन बना सकते हैं।

महाशिवरात्रि व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए?

  • अनाज और दालें – चावल, गेहूं और दालों से बनी चीजें नहीं खानी चाहिए।
  • नमक – सामान्य नमक की बजाय सेंधा नमक का ही उपयोग करें।
  • तामसिक भोजन – प्याज, लहसुन और मांसाहारी भोजन का सेवन पूरी तरह वर्जित है।
  • शराब और तंबाकू – इनका सेवन पूरी तरह निषेध माना गया है।

महाशिवरात्रि व्रत का महत्व

मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन व्रत और रात्रि जागरण करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। यह व्रत आत्मशुद्धि, सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक उन्नति का भी प्रतीक माना जाता है। महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर व्रत और पूजा विधि का पालन करके शिवजी की कृपा प्राप्त करें। हर-हर महादेव!