बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सियासी हलचल तेज हो गई है। बुधवार का दिन खास माना जा रहा है क्योंकि आज पटना के सदाकत आश्रम में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक हो रही है। यह बैठक कई मायनों में ऐतिहासिक है—आजादी के बाद पहली बार और 85 साल बाद बिहार में CWC का आयोजन किया जा रहा है। पिछली बार 1940 में बिहार में CWC की बैठक हुई थी। इस बार भी माना जा रहा है कि इसमें राष्ट्रीय मुद्दों के साथ-साथ बिहार चुनाव पर गहन मंथन होगा। साथ ही वोट चोरी जैसे मसले भी एजेंडे में शामिल रहेंगे।
तेलंगाना फॉर्मूले से उम्मीदें
इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत लगभग 170 सदस्य मौजूद हैं। पार्टी इस बैठक को बिहार चुनाव से जोड़कर देख रही है। कांग्रेस ने 2023 में तेलंगाना चुनाव से पहले भी CWC की बैठक की थी, जिसके बाद वहां पार्टी की सत्ता में वापसी हुई थी। ऐसे में बिहार में भी कांग्रेस उसी रणनीति को दोहराने की कोशिश कर रही है।
सीटों को लेकर बढ़ी मांग
कांग्रेस ने इस बार 78 सीटों पर दावा ठोका है। पिछली विधानसभा में पार्टी 70 सीटों पर लड़ी थी, लेकिन सिर्फ 19 ही जीत सकी थी। खराब प्रदर्शन के बावजूद कांग्रेस अब ज्यादा सीटों की मांग कर रही है। बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा होनी तय है। इसके साथ ही चुनाव आयोग की भूमिका, वोटर लिस्ट रिवीजन और कथित वोट चोरी जैसे विषय भी एजेंडे का हिस्सा होंगे।
नेताओं ने बताई बैठक की अहमियत
मीटिंग से पहले राहुल गांधी अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के जरिए बिहार में माहौल बनाने की कोशिश कर चुके हैं। इस यात्रा के दौरान उन्होंने 14 दिनों में 24 जिलों की 50 सीटें कवर की थीं। हालांकि यह अभियान बड़ा नैरेटिव बनाने में नाकाम रहा, लेकिन कांग्रेस मान रही है कि इसका असर जरूर पड़ेगा। पटना पहुंचे दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यात्रा का असर साफ दिख रहा है। सलमान खुर्शीद ने इसे बदलाव की शुरुआत बताया। सचिन पायलट ने भरोसा जताया कि गठबंधन अच्छा प्रदर्शन करेगा, वहीं पप्पू यादव ने कहा कि बिहार से कांग्रेस देश को बड़ा संदेश देगी।
एनडीए का पलटवार
कांग्रेस की इस बैठक पर एनडीए हमलावर है। चिराग पासवान ने इसे ‘दबाव की राजनीति’ करार दिया और कहा कि महागठबंधन में अंदरूनी खींचतान के चलते यह बैठक आयोजित की गई है। बीजेपी के शाहनवाज हुसैन ने तंज कसते हुए कहा कि जब दिल्ली में CWC हुई थी, तब कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी, बिहार में भी यही हाल होगा।
आज ही महागठबंधन की बड़ी बैठक
CWC की बैठक खत्म होने के बाद राहुल गांधी की मौजूदगी में महागठबंधन की बैठक भी होगी। इसमें तेजस्वी यादव और वाम दलों के नेता शामिल होंगे। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में सीट बंटवारे पर चर्चा के साथ तीन बड़े ऐलान हो सकते हैं—नई जातीय जनगणना, आरक्षण की सीमा को 65% तक बढ़ाना और इसे नौवीं अनुसूची में शामिल करने का प्रस्ताव।