कौशांबी की चायल विधानसभा सीट से विधायक पूजा पाल, जिन्हें समाजवादी पार्टी ने निष्कासित किया था, ने प्रयागराज के सर्किट हाउस में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान पूजा पाल ने डिप्टी CM के चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद भी प्राप्त किया।
भेंट के बाद मीडिया से बातचीत में पूजा पाल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य उनके लिए अभिभावक जैसे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पति और तत्कालीन बसपा विधायक राजू पाल की 2005 में हुई हत्या के मामले में 18 साल बाद उन्हें न्याय मिला, और यह योगी सरकार की वजह से संभव हो पाया। पूजा पाल ने स्वीकार किया कि इसी कारण उन्होंने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी।
सपा से निष्कासन के बाद BJP में सक्रिय
पूजा पाल ने अपनी राजनीतिक गतिविधियों के बारे में बताया कि समाजवादी पार्टी से निष्कासित होने के बाद वह लगातार भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल हो रही हैं। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने बीजेपी के लिए सक्रिय प्रचार किया।
BJP में शामिल होंगी या नहीं?
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह आधिकारिक रूप से बीजेपी में शामिल होंगी, तो पूजा पाल ने कहा कि इस संबंध में उचित समय पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि 2027 के विधानसभा चुनाव में वह किस सीट से चुनाव लड़ेंगी, यह अभी तय नहीं है और इस पर पार्टी के वरिष्ठ नेता ही अंतिम फैसला करेंगे।
पुरानी सीट प्रयागराज शहर पश्चिमी से चुनाव की चर्चा
हालांकि पूजा पाल ने अपनी अगली चुनावी सीट स्पष्ट नहीं की, लेकिन राजनीतिक चर्चा है कि वह अपनी पुरानी सीट प्रयागराज शहर पश्चिमी से चुनाव मैदान में उतर सकती हैं। वर्तमान में वह चायल विधानसभा की विधायक हैं और 2022 में सपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी।
राजू पाल हत्या मामला और लंबी कानूनी लड़ाई
पूजा पाल सुर्खियों में तब आई थीं जब 25 जनवरी 2005 को शादी के कुछ ही दिनों बाद उनके पति और बसपा विधायक राजू पाल की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ थे। पूजा पाल ने इस मामले में ट्रायल कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक 18 साल लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी।
क्रॉस वोटिंग के बाद बढ़ी BJP नेताओं से नजदीकी
राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के खिलाफ जाकर बीजेपी के पक्ष में मतदान करने के बाद पूजा पाल लगातार CM योगी और डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात करती रही हैं। सपा से निष्कासित होने के बाद वह खुले तौर पर बीजेपी नेताओं के साथ मंच साझा कर रही हैं और पार्टी प्रत्याशियों के लिए प्रचार भी कर रही हैं।









