Maharashtra Politics: “नालायक लोगों के हाथ में सत्ता गई तो नवी मुंबई का बर्बाद होना तय”, वन मंत्री गणेश नाइक का शिंदे गुट पर हमला

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By: सर्वजीत सोनी | Edited By: उमेश चंद्र

Maharashtra Politics: ठाणे जिले की राजनीति लगातार गरमाती जा रही है। नवी मुंबई अब इस संघर्ष का नया केंद्र बन गया है। महायुति के भीतर ही टकराव सामने आ रहा है। वनमंत्री गणेश नाईक और शिवसेना (शिंदे गुट) के बीच खींचतान तेज होती दिख रही है। इस बीच वन मंत्री ने कहा है कि आगामी नवी मुंबई महानगर पालिका चुनाव में मेयर भाजपा का होगा ।  

गणेश नाईक ने एक कार्यक्रम के दौरान बिना नाम लिए खासदार श्रीकांत शिंदे पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने शिंदे गुट को कठोर शब्दों में घेरा और कहा कि,“अगर नालायक लोगों के हाथ में नवी मुंबई महानगरपालिका की सत्ता चली गई, तो इस शहर का बर्बाद होना तय है।”

मंत्री गणेश नाईक का बड़ा दावा

नाइक ने दावा किया कि नवी मुंबई महानगरपालिका की हद्द में शामिल किए गए 14 गांव चुनाव के बाद बाहर किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव के छह महीने के भीतर यह गांव हद्द से बाहर होंगे।

उन्होंने कहा, “किसी की जिद के कारण नवी मुंबई पर बोझ डाला गया है। कुर्ले इलाके की कंपनियों ने वहां का पानी दूषित कर दिया है। अब इसका बोझ नवी मुंबई पर क्यों डाला जाए?”

एक नाथ शिंदे पर अप्रत्यक्ष हमला

गणेश नाईक ने कहा, “आप दयावान नहीं हैं। भविष्य का सोचेंगे या नहीं?” उन्होंने आगे कहा कि यदि नया FSI लागू हुआ तो नवी मुंबई की हालत खराब हो जाएगी।

नाईक ने शिंदे गुट पर सीधा कटाक्ष करते हुए कहा, “आज नवी मुंबई में बाढ़ की समस्या नहीं होती, क्योंकि हमने शहर की नालों की योजना सही तरह से बनाई। लेकिन अगर सत्ता गलत हाथों में गई तो शहर की दुर्दशा होना तय है।”

“मेरा हाथ साफ है, मन साफ है”

अपने भाषण में नाईक ने कहा कि उन्हें न तो सत्ता का लालच है और न ही गलत तरीके से कमाए गए पैसों की जरूरत है। वन मंत्री ने कहा, “जो पैसा मेरी नींद छीन ले, ऐसा पैसा मुझे नहीं चाहिए। आईटी, सीबीआई आए, लुटेरे आएं… मुझे फर्क नहीं पड़ता। मैं सुखी हूं, मेरा हाथ साफ है और मन भी साफ है।”

गणेश नाईक का यह बयान नवी मुंबई और ठाणे जिले की राजनीति को और गरमा देने वाला माना जा रहा है।