लखनऊ में चल रहे तीन दिवसीय ‘उत्तर प्रदेश आम महोत्सव 2025’ के दौरान आयोजित कवि सम्मेलन में मशहूर कवि कुमार विश्वास ने शिरकत की और अपनी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। इस मौके पर महाराष्ट्र में चल रहे भाषा विवाद को लेकर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी और जल्द स्थिति सामान्य होने की उम्मीद जताई।
मीडिया से बातचीत में कुमार विश्वास ने कहा कि “भाषा लोगों को जोड़ती है, तोड़ती नहीं। मेरी मां हिंदी है, लेकिन मराठी, गुजराती, तमिल, तेलुगू, कन्नड़ जैसी अन्य भारतीय भाषाएं मेरी मौसियां हैं। सभी भाषाएं अपनी-अपनी जगह बेहद समृद्ध हैं। समाज में नफरत फैलाने के लिए भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। मैं कामना करता हूं कि यह विवाद जल्द शांत हो जाए।”
इस कार्यक्रम में मौजूद उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा, “भाजपा ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना के साथ देश को जोड़ने का काम कर रही है, लेकिन कुछ तत्व जानबूझकर विवाद खड़े करके समाज में दरार लाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे प्रयास निंदनीय और अस्वीकार्य हैं।”
उपमुख्यमंत्री ने आम महोत्सव की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश आम महोत्सव का आयोजन अत्यंत भव्य है। यह उन युवाओं के लिए एक प्रेरणा है जो बागवानी में अपना करियर बनाना चाहते हैं। इस महोत्सव में आम की जितनी किस्में देखने को मिल रही हैं, उतनी शायद पहले कभी नहीं देखी गईं। मैं इस आयोजन की सफलता पर उद्यान विभाग को हार्दिक बधाई देता हूं।”
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ स्थित अवध शिल्प ग्राम (अवध विहार योजना, सेक्टर 9) में ‘उत्तर प्रदेश आम महोत्सव 2025’ का उद्घाटन किया। इस आयोजन में देशभर के बागानों से लाए गए 800 से अधिक प्रजातियों के आम प्रदर्शित किए गए, जिन्हें देखने बड़ी संख्या में लोग उमड़े।