विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार (19 अगस्त) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी का नाम घोषित किया। अब उनका मुकाबला एनडीए के प्रत्याशी सी.पी. राधाकृष्णन से होगा।
कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने जानकारी दी कि रेड्डी का नाम सर्वसम्मति से तय किया गया है। वहीं खरगे ने उन्हें “भारत के सबसे सम्मानित और प्रगतिशील न्यायविदों” में से एक बताते हुए कहा कि उनका कानूनी करियर बेहद लंबा और उल्लेखनीय रहा है। वे आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के जज, गुवाहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जैसी अहम जिम्मेदारियों को निभा चुके हैं।
खरगे का बयान
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा, “सुदर्शन रेड्डी सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के लिए लगातार खड़े रहे हैं। उनके कई फैसलों में गरीब और वंचित वर्ग के हितों की रक्षा देखने को मिलती है। उन्होंने संविधान और मौलिक अधिकारों की सुरक्षा को हमेशा प्राथमिकता दी है।”
मुकाबला होगा दिलचस्प
इंडिया गठबंधन की घोषणा के साथ ही अब सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के उम्मीदवार मैदान में हैं। एक ओर एनडीए का पलड़ा संख्या बल के कारण मजबूत दिख रहा है, तो दूसरी ओर विपक्ष ने रेड्डी को उतारकर मुकाबले को रोचक बना दिया है।
रेड्डी का चयन क्यों
गौरतलब है कि बी. सुदर्शन रेड्डी ने हाल ही में तेलंगाना सरकार द्वारा गठित स्वतंत्र विशेषज्ञ कार्य समूह (IEWG) की अध्यक्षता की थी। इस समूह ने जाति जनगणना के बाद सरकार को लगभग 300 पृष्ठों की विस्तृत रिपोर्ट सौंपी थी। समिति ने कांग्रेस सरकार द्वारा कराए गए सामाजिक-आर्थिक, शिक्षा, रोजगार और राजनीतिक सर्वेक्षण (SEEEPC) को वैज्ञानिक और विश्वसनीय करार दिया था तथा इसे देश के लिए “आदर्श मॉडल” बताया था।