हाल के दिनों में स्मार्ट ग्लासेस का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। कंपनियां अब इन ग्लासेस में एआई सपोर्ट, बेहतर पावर-इफिशिएंट डिस्प्ले और स्लीक डिजाइन दे रही हैं, जिससे ये देखने में आम चश्मों जैसे लगने लगे हैं। मेटा–रे-बैन के अलावा कई अन्य ब्रांड भी इस टेक्नोलॉजी में कदम रख चुके हैं, जिससे उपभोक्ताओं के पास अब पहले से कहीं ज्यादा विकल्प उपलब्ध हैं। अगर आप भी स्मार्ट ग्लास लेने की तैयारी कर रहे हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
- सबसे पहले तय करें कौन-सा टाइप चाहिए
स्मार्ट ग्लास खरीदने से पहले यह समझना जरूरी है कि आपकी जरूरत क्या है। वर्तमान में मार्केट में तीन तरह के स्मार्ट ग्लास उपलब्ध हैं—
ऑडियो-ओनली ग्लासेस: सिर्फ संगीत सुनने, कॉल रिसीव करने या नेविगेशन जैसी बेसिक जरूरतों के लिए।
कैमरा वाले स्मार्ट ग्लासेस: कंटेंट क्रिएटर या व्लॉगिंग करने वालों के लिए फायदे का सौदा।
डिस्प्ले-बेस्ड स्मार्ट ग्लासेस: ये स्मार्टफोन की तरह नोटिफिकेशन दिखाने और अन्य जानकारी प्रोजेक्ट करने में सक्षम होते हैं।
अपनी लाइफस्टाइल और उपयोग के हिसाब से सही टाइप चुनना सबसे महत्वपूर्ण कदम है।
- डिजाइन और फिनिश पर ध्यान दें
पहले के मुकाबले स्मार्ट ग्लासेस काफी हल्के और स्टाइलिश हो गए हैं। भारी, मोटे फ्रेम वाले ग्लास अब कम दिखते हैं, और नई टेक्नोलॉजी की वजह से ये सामान्य सनग्लासेस की तरह दिखने लगे हैं। फिर भी, खरीदने से पहले ग्लास की फिनिशिंग, आराम और लुक को जरूर जांचें ताकि यह रोजाना उपयोग के लिए उपयुक्त हो।
- वजन जितना कम, उतना बेहतर
अगर आप स्मार्ट ग्लास पूरे दिन पहनने की सोच रहे हैं, तो इसका वजन बेहद मायने रखता है। आम तौर पर 50–55 ग्राम से ज्यादा वजनी ग्लास लंबे समय तक पहनने पर नाक और कान पर भारी महसूस हो सकते हैं। इसलिए लाइटवेट मॉडल को प्राथमिकता दें।
- प्रिस्क्रिप्शन लेंस का सपोर्ट
जो लोग पहले से चश्मा पहनते हैं, उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती यही होती है कि स्मार्ट ग्लास प्रिस्क्रिप्शन लेंस को सपोर्ट करता है या नहीं। कुछ ब्रांड सीधे अपनी तरफ से पावर लेंस उपलब्ध कराते हैं, जबकि कुछ में ये सुविधा सीमित होती है। ध्यान रखें कि महंगे फ्रेम में लोकल ऑप्टिकल से लेंस फिट करवाना अतिरिक्त खर्च बढ़ा सकता है।
- बैटरी लाइफ की जांच जरूर करें
स्मार्ट ग्लासेस की बैटरी अभी भी बहुत लंबी नहीं होती। हाई-एंड मॉडल भी सभी फीचर्स उपयोग करने पर पूरा दिन नहीं चल पाते। ऐसे में, अपनी जरूरत और उपयोग को देखते हुए वही ग्लास चुनें जिनकी बैटरी लाइफ बेहतर हो, ताकि बार-बार चार्ज करने की परेशानी न हो।
अगर आप स्मार्ट ग्लास में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखकर ही खरीदारी करें। इससे न सिर्फ आपका अनुभव बेहतर होगा, बल्कि आप अपनी जरूरत के हिसाब से सही डिवाइस चुन पाएंगे।









