बढ़ते साइबर क्राइम से निपटने के लिए सरकार का नया कदम, AI बनेगी सुरक्षा की ढाल

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बढ़ते साइबर क्राइम से निपटने के लिए सरकार का नया कदम
बढ़ते साइबर क्राइम से निपटने के लिए सरकार का नया कदम

भारत में साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों के बीच, सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब, साइबर क्राइम को रोकने और इन मामलों की जांच में मदद के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया जाएगा। गृह मंत्रालय ने इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर (I4C) को AI आधारित टूल्स विकसित करने का आदेश दिया है। यह फैसला खासकर महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ रहे साइबर अपराधों को देखते हुए लिया गया है। इन टूल्स का उद्देश्य साइबर क्राइम की पहचान और जांच को अधिक प्रभावी और तेज बनाना है।

AI के उपयोग से होगी जांच में तेजी और प्रभावी कार्यवाही

AI आधारित टूल्स का इस्तेमाल कर साइबर क्राइम की रिपोर्टिंग और जांच प्रक्रिया को सरल और तेज बनाया जाएगा। इन टूल्स की मदद से जांच एजेंसियां साइबर अपराधों के पैटर्न को समझ सकेंगी और उन्हें कैटेगराइज करके प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई कर सकेंगी। AI टूल्स अपराध की संभावना का पहले से अनुमान लगा सकते हैं और जांच एजेंसियों को सूचित कर सकते हैं, जिससे किसी भी अपराध या फ्रॉड को होने से पहले ही रोका जा सके।

यह बदलाव अधिकारियों को साइबर क्राइम से निपटने में बेहतर ढंग से सक्षम बनाएगा। उदाहरण के लिए, जब कोई अपराधी किसी महिला या बच्चे को निशाना बनाता है, तो AI टूल्स पहले से इस तरह के खतरे को पहचानकर चेतावनी दे सकेंगे। इससे न सिर्फ जांच एजेंसियों का काम आसान होगा, बल्कि मामले की गति भी बढ़ेगी।

राज्यों को आर्थिक मदद की भी होगी व्यवस्था

गृह मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को साइबर क्राइम से निपटने के लिए आर्थिक मदद दी जाएगी। इस सहायता का उपयोग राज्य सरकारें साइबर फॉरेंसिक एक्सपर्टीज और जांच तकनीकों को सुधारने के लिए कर सकेंगी। इससे राज्य स्तर पर साइबर अपराधों को रोकने के प्रयासों में सुधार होगा और इन घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकेगा।

साइबर क्राइम के मामले बढ़ने पर जरूरी सावधानी

भारत में साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिसमें साइबर ठगी, KYC स्कैम, डिजिटल अरेस्ट जैसे मामले शामिल हैं। इन अपराधों का शिकार आम जनता हो रही है, जिसके चलते उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। इन घटनाओं से बचाव के लिए सरकार ने जागरुकता अभियान चलाने के साथ-साथ नागरिकों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है। किसी अनजान व्यक्ति या नंबर से आए लिंक, मैसेज, या ईमेल पर क्लिक न करने और अपनी निजी जानकारी को किसी से भी साझा न करने की चेतावनी दी गई है।

साइबर क्राइम से बचाव के लिए सुरक्षा उपायों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है। साइबर अपराधों की रोकथाम और मामलों की तेजी से जांच के लिए सरकार के नए फैसले से उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में यह अपराधों पर नियंत्रण पाने में कारगर साबित होगा।