यदि आपको लगता है कि मोदी सरकार की नोटबंदी के फ़ैसले के बाबत पहले से कोई नहीं जानता था, तो आप ग़लत हैं। क्योंकि कोई है जो इस बारे में करीब साल भर पहले से जानता भी था। वो मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पहले से जानता था कि प्रधानमंत्री कौन बनने वाला है। वो इस साल होने वाले चुनाव में मोदी की क्षति और राहुल गांधी के उदभव के बारे में भी जानता था। इतना ही नहीं, उसे तो इस बरस राफ़ेल जैसे किसी हंगामे का भी अहसास था। उसे अनिल अंबानी के मुसीबत में फँसने के बारे में भी पहले से ही ख़बर थी। यहाँ तक कि उसे पहले से पता था कि इस साल अ, स और म नामाक्षर वाले कुछ प्रसिद्ध लोग हमारा साथ छोड़ जाएंगे। और वह बात सही साबित भी हुई। अटलबिहारी, अनन्त कुमार, अजित वाडेकर, श्रीदेवी, सोमनाथ चटर्जी, एम करुणानिधि जैसी दिग्गज हस्तियां इस साल हमसे हमेशा के लिए जुदा हो गईं।
हम बात कर रहे हैं सदगुरुश्री की जिन्हें भारत का नास्ट्रेदमस कहा जा सकता है, जिन्होंने उपरोक्त समस्त घटनाओं का एलान उनके घटित होने से बहुत पहले ही कर दिया था। सदगुरुश्री ने इस वर्ष शेयर बाज़ार की ऐतिहासिक उंचाई का भी एलान कर दिया था। और जब बाज़ार उछाल पर था, बिना लाग लपेट के उन्होंने भारतीय और अमेरिकी शेयर बाज़ार की मंदी का उदघोष कर दिया था। नोटबंदी और जीएसटी से होने वाली दिक्कतों की मुनादी भी उन्होंने बहुत पहले कर दी थी।
उन्होनें दिसंबर 2018 महीने में घोषित हुए पांच राज्यों के चुनाव परिणामों के बारे में भी काफी पहले भांप लिया था । इन विधान सभा नतीजों ने बड़े बड़े दिग्गजों के हलक का पानी सूखा दिया था।
आने वाले साल 2019 के बारे में भी उन्होंने बहुत सारी भविष्यवाणियां की हैं। इनका कहना है कि मोदी जी की राह कठिन है पर असंभव नहीं है । राहुल गांधी मोदी को कड़ी चुनौती देनेवाले हैं। साल 2019 वास्तव में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों के लिए निर्णायक साबित होने वाला है।
सदगुरुश्री यानी सदगुरु स्वामी आनन्दजी जो आज भारत से ज़्यादा पश्चिमी जगत में प्रख्यात हैं, और वहां चुपचाप बिना कोई दान दक्षिणा लिए स्वामी विवेकानंद की तरह भारतीय आध्यात्म और दर्शन को स्थापित करने में लगे हुए हैं। भारत के बाबा जयगुरुदेव के शिष्य सदगुरुश्री बेहद पारंपरिक रूप से समृद्ध परिवार से संबंध रखते हैं और सन्यास से पहले एक कॉर्पोरेट में उच्च पद पर कार्यरत थे। और एक दिन सब कुछ छोड़ कर तरह विश्व में आध्यात्म के बीजारोपण के लिए निकल पड़े। और आज अपने आध्यात्मिक विचारों औऱ ज्योतिषीय चिंतन की वजह से काफी प्रसिद्ध हैं।