अगर आप रात को अच्छी नींद लेने के बाद भी दिन में थकान, सुस्ती या नींद महसूस करते हैं, तो इसे मामूली न समझें। कई बार ये संकेत एक स्वास्थ्य समस्या की ओर इशारा करते हैं, जिसे नजरअंदाज करना नुकसानदायक हो सकता है। चलिए जानते हैं कि इसके पीछे की वजह क्या हो सकती है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
हो सकता है हाइपरसोम्निया
अगर आपकी रात की नींद पर्याप्त है, फिर भी दिन में बार-बार आंखें बंद हो जाती हैं या काम के दौरान नींद सी आने लगती है, तो यह हाइपरसोम्निया नामक स्थिति हो सकती है। इसमें व्यक्ति को सामान्य से ज्यादा नींद की जरूरत महसूस होती है। इसके पीछे जीवनशैली से जुड़ी गलतियां या कुछ गंभीर बीमारियां भी जिम्मेदार हो सकती हैं।
क्या हैं संभावित वजहें?
- शराब का सेवन:
अत्यधिक शराब नींद की गुणवत्ता पर बुरा असर डालती है, जिससे व्यक्ति दिन में थका-थका महसूस कर सकता है।
- मांसपेशियों की कमजोरी:
शरीर में मसल्स कमजोर होने पर भी ऊर्जा की कमी महसूस होती है, जिससे लगातार नींद आने लगती है।
- अधूरी नींद:
रात में नींद पूरी न होना भी एक बड़ी वजह हो सकती है। इससे नींद से जुड़ी परेशानियां बढ़ सकती हैं।
- दवाइयों का असर:
कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट के रूप में भी जरूरत से ज्यादा नींद आना एक आम लक्षण होता है।
- डायबिटीज:
ब्लड शुगर का असंतुलन भी थकान और नींद का कारण बन सकता है। शरीर जब ऊर्जा में ग्लूकोज को बदल नहीं पाता, तब थकावट महसूस होती है।
- थायराइड की गड़बड़ी:
हाइपोथायरायडिज्म में मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे शरीर में आलस्य, वजन बढ़ना और बाल झड़ने जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं।
- एनीमिया:
हीमोग्लोबिन की कमी से शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति घट जाती है, जिससे लगातार थकान और नींद लगती रहती है। यह आमतौर पर आयरन, बी12 या फोलिक एसिड की कमी से होता है।
- स्लीप एपनिया:
यह एक नींद विकार है जिसमें सोते समय व्यक्ति की सांस रुक जाती है। इसके चलते गहरी नींद नहीं आती और दिन में थकावट और नींद जैसी स्थिति बनी रहती है।
किन लक्षणों को नजरअंदाज न करें?
- बार-बार नींद आना
- लगातार थकान
- चिड़चिड़ापन और तनाव
- सुबह जल्दी उठने में परेशानी
- सिर दर्द
- भूख में कमी
- बातें भूल जाना
- ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत
- बेचैनी
- गुस्सा या मूड स्विंग
अगर आप भी इन लक्षणों को महसूस कर रहे हैं, तो बेहतर होगा कि किसी विशेषज्ञ से परामर्श लें। ये संकेत आपके शरीर की नींद संबंधी समस्या की ओर इशारा कर सकते हैं, जिसका सही इलाज जरूरी है।