Republic Day: देश आज अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। पहली बार दिल्ली के कर्तव्य पथ पर परेड हुई, इसमें कई राज्यों की झांकियां देखने को मिली। मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल-सिसी इस बार समारोह में मुख्य अतिथि बने। इस बार भारत की जीवंत सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत, आर्थिक और सामाजिक प्रगति को दिखाने वाली 23 झांकियों ने परेड में हिस्सा लिया। इस परेड में सिर्फ मेड इन इंडिया यानी स्वदेशी हथियारों का डिस्प्ले हुआ। आइये जानते हैं कि इस साल के गणतंत्र दिवस परेड में क्या कुछ खास हुआ?
Republic Day: 45 हजार लोग शामिल हुए
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 23 झांकिया शामिल हुईं। अधिकांश झांकियों का विषय नारी शक्ति था। दिल्ली में आज सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। इस बार परेड में 45 हजार आम लोग भी शामिल हुए। करीब 12 हज़ार पास बांटे गए थे और करीब 32 हजार ऑनलाइन टिकट बेचे गए थे। इन सभी लोगों के बैठने के लिए अलग तरह के इंतजाम किए गए थे। वर्टिकल प्लेटफार्म पर कुर्सियां लगी थी। पीछे बैठे लोग भी आसानी से परेड देख पाएंगे। बता दें कि कोरोना से पहले गणतंत्र दिवस समारोह में करीब सवा लाख लोग शामिल होते थे। कोरोना के दौरान करीब 25 हज़ार लोग शामिल हुए थे।
Republic Day: खास पगड़ी में दिखे पीएम मोदी
बता दें कि इसके अलावा मिस्र की सेना का संयुक्त बैंड और मार्चिंग दस्ता भी शामिल हुआ। वायुसेना के 50 विमान भी पराक्रम दिखाए। इस बार परेड में सेना के अलावा DRDO और पूर्व सैनिकों की झांकी भी शामिल हुई। हर बार अलग अंदाज में नजर आने वाले पीएम मोदी इस बार भी अपने खास अंदाज में नजर आए। गणतंत्र दिवस परेड से पहले पीएम मोदी नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे, जहां वह अपनी खास पगड़ी में दिखाई दिए, जिसने एक बार फिर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
इतिहास में पहली बार हुआ ये…
राजपथ का नाम कर्तव्य पथ होने के बाद हुई पहली गणतंत्र दिवस परेड में बीएसएफ के ऊंट दस्ते में पहली बार महिलाएं शामिल हुईं। गणतंत्र दिवस पर पहली बार मिस्र का कोई नेता मुख्य अतिथि बना और पहली बार स्वदेश निर्मित गन से सलामी दी गई। नेवी का आईएल-38 विमान पहली व आखिरी बार इस परेड में शामिल हुआ।
पहली बार दिखा गरुड़ कमांडो का दम
यह पहला मौका था जब देश के दुश्मनों से निपटने वाले गरुड़ कमाडों परेड का हिस्सा बने। यह इंडियन एयरफोर्स की स्पेशल घातक फोर्स है जजिसे फरवरी 2004 में बनाया गया था।
अग्निवीरों की टुकड़ी का शानदार प्रदर्शन
बता दें कि अग्निवीरों के लिए यह पहला मौका है जब उन्हें परेड का हिस्सा बनाया गया। अग्निवीर कर्तव्य पथ पर प्रदर्शन करते हुए नजर आए।
मेड-इन-इंडिया तोपों से दी गई सलामी
परेड में इस बार कर्तव्य पथ पर तिरंगे को पहली बार स्वदेशी गन से 21 तोपों की सलामी दी गई। अब तक ब्रिटिश गन 25 पाउंडर आर्टिलरी से ये सलामी दी जाती थी।
नौसैना की टुकड़ी को पहली बार महिला ने लीड की
पहली बार परेड में कई मायनों में नारी शक्ति का प्रदर्शन देखने को मिला। 144 नाविकों की नौसेना टुकड़ी को पहली बार एक महिला अधिकारी दिशा अमृत ने लीड की। पाकिस्तान बॉर्डर पर देश की रक्षा में तैनात महिला सैनिकों को बीएसएफ की ऊंटों वाली टुकड़ी को परेड में शामिल किया गया।
नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की झांकी
यह पहला बार है जब परेड में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की झांकी को शामिल किया गया था। इस साल कुल 23 झांकियां निकाली गई। इसमें से 17 झांकियां राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की थी। वहीं 5 झांकियां मंत्रालयों और विभागों से जुड़ी थीं।
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