नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर दो महीने से ज्यादा समय से अंतरिक्ष में फंसी हैं। बोइंग स्टारलाइनर के पहले मानव मिशन के लॉन्च के जरिए वह 5 जून को वह इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पहुंचे थे। बोइंग स्टारलाइनर मिशन सिर्फ का होने वाला था। दोनों एस्ट्रोनॉट की भी 14 जून तक वापस पृथ्वी पर लौट जाने की उम्मीद थी लेकिन अब स्पेसक्राफ्ट में तकनीकि खराबी हो जाने के कारण अब उनकी वापसी का सही समय तय नहीं है। दोनों का पृथ्वी पर वापस आना अनिश्चितकाल तक लेट हो गया है और वहीं उन्हें लेकर अब बड़े खतरे की आशंका भी जताई जा रही है।
पूर्व अमेरिकी सैन्य अंतरिक्ष प्रणाली कमांडर, रूडी रिडोल्फी ने तीन संभावित परिदृश्यों की रूपरेखा तैयार की है, जिसमें उनकी मौत तक हो सकती है। यह तब हो सकता है जब वह खराब बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान के जरिए लौटनी की कोशिश करेंगी।

बोइंग स्टारलाइनर का पृथ्वी से लॉन्च सफल रहा। लेकिन अंतरिक्ष में जाने पर इसमें हीलियम लीक और थ्रस्टर में खराबी जैसी समस्या देखी गई। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक रिडोल्फी ने कहा कि सुरक्षित वापसी के लिए स्टारलाइनर के सर्विस मॉड्यूल को कैप्सूल को सही कोण पर रखना चाहिए। अगर इसमें जरा भी चूक हुई तो परिणाम भयानक हो सकते हैं।
दूसरी स्थिति में अगर प्रवेश कोण बहुत उथला हुआ होता है तो कैप्सुल पृथ्वी के वायुमंडल से बाउंस ऑफ हो सकता है और वो स्पेस में वापस जा सकता है। इसका मतलब है कि एस्ट्रोनॉट हमेशा के लिएफंसे रह सकते हैं और फिर नासा को उन्हें ढूंढने और कैप्सुल को वापस प्राप्त करने की कोशिश करनी पड़ेगी।

तीसरी और सबसे खराब स्थिति अंतरिक्ष यान का जल जाना है। रिडोल्फी का कहना है कि अगर वायुमंडल में बहुत अधिक कोण पर कैप्सूल वापसी करता है, तो अंतरिक्ष यान अत्यधिक घर्षण के कारण जल जाएगा और अंतरिक्ष यात्री हवा में ही मारे जाएंगे। अगर किसी वजह से ऐसा होता है तो दोनों एस्ट्रोनॉट स्पेस में फ्लोट करने लगेंगे और उनके पास लिमिटिड ऑक्सीजन और पावर होगी। उनके पास इस स्थिति में थ्रस्टर को ठीक करने के लिए 96 घंटों का वक्त होगा और उसी बीच दोनों को पृथ्वी पर वापस लाना भी जरूरी हो जाएगा।