उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और उनके चाचा के बीच लंबे समय से चली आ रही लड़ाई जग जाहिर है। उनके बीच का तनाव कम होने के बजाय दिन–ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। समाजवादी पार्टी से अलग होकर समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के साथ निकले पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव ने अखिलेश की तुलना अब कौरवों से कर दी है।
गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट्स को दिए बयान में शिवपाल ने कहा कि जिस तरह महाभारत में कौरवों ने एकछत्र-राज करने की सोची थी उसी तरह अखिलेश यादव भी सोचने लगे हैं। शिवपाल से जब पूछा गया कि आपके बड़े भाई और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने भी आखिर अपने बेटे का साथ देने के सवाल पर शिवपाल नें कहा कि, नेताजी हमारे आदरणीय हैं और हमेशा रहेंगे। रिश्तों की मजबूरियों की बात छोड़िए, राजनीतिक में उतार-चढ़ाव वक्त के हिसाब से आते रहते हैं। उनका स्नेह हमारे साथ था और हमेशा रहेगा।
शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि, भीष्म पितामह किसी की भी तरफ से युद्ध लड़ रहे हों लेकिन उनका आशीर्वाद हमेशा पांडवों के साथ था। यहां आपको बता दे कि, शिवपाल भीष्म पितामह के तौर पर मुलायम सिंह यादव का नाम लिया और खुद की तुलना पांडवों से की है।
उन्होंने कहा कि, नेताजी का आशीर्वाद हमारे यानी सेक्युलर मोर्चा (पांडवों) के साथ है, लेकिन वह किसी मजबूरी में समाजवादी पार्टी (कौरव) के साथ खड़े हैं। हम मुलायम सिंह यादव को संसद में और देश के पीएम के तौर पर देखना चाहते हैं।