दिल्ली में एमसीडी के चुनाव होने वाले है सभी पार्टियां चुनाव प्रचार में जुटी हुई है। ऐसे आम आदमी पार्टी को चुनाव आयोग से झटका मिला है। चुनाव आयोग ने दिल्ली के मुख्य सचिव अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में लगे तमाम होर्डिंग, डिसप्ले बैनर और अन्य ऐसी चीजें जिसमें आम आदमी शब्द का प्रयोग किया गया है, उन सभी में से आम आदमी शब्द को हटाने या ढकने के लिए कहा गया है।
चुनाव आयोग ने यह कदम बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता के कहने पर उठाया है। विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि दिल्ली सरकार द्वारा संचालित आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक, आम आदमी बाईपास एक्सप्रेस सर्विस में से आम आदमी शब्द को हटाया जाए क्योंकि इससे सीधे तौर पर पार्टी का प्रचार हो रहा है। विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि दिल्ली नगर निगम चुनाव के चलते राजधानी में आदर्श आचार संहिता लगी हुई है और आप सरकार इसका उल्लंघन कर रही है। विजेंद्र गुप्ता ने उत्तर प्रदेश चुनाव की बात को उठाते हुए कहा कि जिस तरह बीसपी के चुनाव चिन्ह हाथी को और समाजवादी पार्टी द्वारा संचालित एंबुलेंस में से समाजवादी को हटाया गया था उसी तरह आम आदमी शब्द को भी हटाया जाए।
चुनाव आयोग ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत तीनों नगर निगम के आयुक्तों को 48 घंटे के अंदर आम आदमी शब्द को हटाकर रिपोर्ट देने को कहा है। आम आदमी पार्टी दिल्ली के नगर निगम चुनाव में 272 सीटों में 261 सीटों पर अपने उम्मीद्वारों के नाम दे चुकी है। आप सरकार को कड़ी चुनौती देने के लिए बीजेपी सरकार भी मैदान में उतर गई है। बीजेपी की बागडोर अमित शाह के हाथ में है। वहीं केजरीवाल सरकार प्रचार की कमान संभालते हुए प्रोजेक्टर के जरिए अरविंद केजरीवाल के संदेश के साथ 2700 शो रोजाना करती है।