राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शपथ लेने के बाद किसानों की कर्जमाफी का ऐलान किया था। लेकिन आदिवासी जिले डूंगरपुर में लोगों ने कथित तौर पर आरोप लगाया कि किसानों की कर्जमाफी में गड़बड़ियां हैं।

सूची में ऐसे लोगों का नाम भी है, जिन्होंने कर्ज लिया ही नहीं। कहा जा रहा है कि कर्ज माफी की आड़ में कोई बड़ा घोटाला हो सकता है और जिन किसानों का कर्जमाफ होना चाहिए, उनके साथ धोखा हो रहा है।

इस मामले को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने कहा, इसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। नांदोर के किसान प्रताप राव ने कहा, जब हमने ऑनलाइन सूची देखी, तब हमें इस बारे में पता चला। न तो मैंने और न ही मेरे परिवार ने लोन लिया. हमारे गांव में 500 ऐसे लोग हैं। इस बात की जांच होनी चाहिए कि लोन कब दिए गए और कब लिए गए। दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

इस मामले पर जिलाधिकारी ने कहा, कुछ जगहों से लोगों की शिकायतें मिली हैं। जांच के लिए टीम भेजी गई है और लोन सुपरवाइजर को सस्पेंड करने के अलावा मैनेजर की शक्तियां छीन ली गई हैं। गोवाडी गांव में करीब 1780 किसानों के 8 करोड़ रुपये की लोनमाफी दिखाई गई है।

गांववालों ने लोन आवंटन की गहन जांच की मांग की है। कथित कर्जमाफी घोटाला डूंगरपुर जिले के गोवाडी, नांदोर, जेठाना के अलावा कई गांवों में सामने आया है। नांदोर के एक किसान कमलेश ने कहा, मैंने कभी लोन लिया ही नहीं और मेरा 51000 रुपये का कर्ज माफ किया गया है। यह लोन किसने लिया?

बता दें विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने राजस्थान के किसानों से उनके ऋण माफ करने का वादा किया था। चुनाव जीतने के बाद जैसे ही अशोक गहलतो मुख्यमंत्री बने उन्होंने कर्ज माफी की योजना पर मुहर लगा दी। राजस्थान में ने किसानों के 2 लाख रुपये तक के लोन माफ किए जा रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here