सिर्फ भारत में ही नहीं दुनिया भर में भूतों को लेकर काफी घटनाएं, दुर्घटनाएं सुनने को मिलती रहती है। ऐसे में कई लोग हैं जो भूतों पर विश्वास भी करते हैं और कई ऐसे भी हैं जो भूतों और आत्माओं को बुलाने का काम करते हैं और उनको भगाने का भी। लेकिन अब एक भुतही जगह की पोल बुद्धजीवियों की टीम ने खोल दी है। जी हां, पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले का बेगुनकोदार रेलवे स्टेशन जिसके बारे में लोगों का कहना है कि वह स्टेशन भुतहा है, कि पोल लोगों ने खोल दी है। इस मिथक को तोड़ने की कोशिश में बुद्धिजीवियों की एक टीम ने स्टेशन पर रात गुजारी जहां उन्हें कुछ भी ऐसा नहीं मिला जिससे यह लगे कि वहां कोई भूत-प्रेत जैसी बात है।
दरअसल, सालों से इस स्टेशन के बारे में कई अफवाहें थी कि यहां पर कई ऐसी घटनाएं घटी हैं जो यह दर्शाता है कि यहां भूत-प्रेत का निवास है। यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पर कई लोगों की आकस्मिक मौतें हो गई हैं और उन्हीं लोगों की आत्माएं यहां भटकती रहती हैं। यहां अक्सर यात्री घबरा जाते हैं और ऐसा मानते हैं कि उन्हें लगने वाली चोट आत्माओं के साथ हाथापाई के वक्त लगती है।
लेकिन गुरुवार रात पश्चिम बंग बिज्ञान मंच (पीबीबीएम) के 10 सदस्य जिला प्रशासन, पुलिस और रेलवे कर्मचारियों की मदद से स्टेशन पर ही ठहरे लेकिन उन्हें भुतहा जैसा कुछ भी नहीं दिखा। लगभग 10 लोगों की एक टीम रात 11 बजे स्टेशन पहुंची। इसके बाद वह सबसे पहले एक पुराने कुएं के पास रुके। इस दौरान उन्हें पानी में कुछ नजर आया। जब उन्होंने टॉर्च की रोशनी से देखा तो वह पानी वाला सांप था। इसी तरह रात भर वो टहलते और घुमते रहे लेकिन उन्हें कुछ भी ऐसा नहीं मिला जिससे भूत या आत्मा का आभास हो। हालांकि कई स्थानीय लोगों ने शैतानियां की और उऩ्हें डराने की कोशिश करने लगे। माना जाता है कि 1969 में शुरू हुई एक अफवाह के बाद इस जगह से रेलवे आवागमन बंद कर दिया गया क्योंकि कोई भी रेल कर्मचारी वहां जाने के लिए तैयार नहीं होता है। उसके बाद से ये स्थान एक टूरिस्ट प्लेस के रूप में जाना जाने लगा।