राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज चार दिवसीय यात्रा पर जिबूती और इथोपिया के लिए रवाना हो गए। राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है।  इसके अलावा कोविंद जिबूती की यात्रा करने वाले पहले शीर्ष भारतीय नेता हैं। राष्ट्रपति के इस यात्रा के दौरान कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावनाएं जताई जा रही है। इससे भारत और उन दोनों देशों के बीच आर्थिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ सकेगा।

बता दें रामनाथ कोविंद पिछले 45 वर्षों में इथोपिया जाने वाले पहले भारतीय राष्ट्रपति हैं। इससे पहले 1972 में तत्कालीन राष्ट्रपति वी वी गिरि इथोपिया यात्रा पर गये थे।

राष्ट्रपति भवन के ट्वीट में कहा गया है,  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चार दिवसीय राजकीय यात्रा पर जिबूती और इथोपिया के लिए रवाना हो गए। राष्ट्रपति का दौरा छह अक्टूबर तक चलेगा। जिबूती के राष्ट्रपति इस्माइल उमर के निमंत्रण पर वह तीन और चार अक्टूबर को वहां का दौरा करेंगे।

राष्ट्रपति के प्रेस सेक्रेट्री अशोक मलिक ने कहा है कि, जिबूती हिंद महासागर में स्थित भारत का महत्वपूर्ण साझीदार देश है, जिसका भारत के साथ इस वर्ष द्विपक्षीय व्यापार करीब 284 मिलियन डॉलर रहा।

विदेश मंत्रालय के मुताबिक कोविंद जिबूती के राष्ट्रपति इस्माइल उमर गुले के निमंत्रण पर तीन और चार अक्टूबर को जिबूती की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान गुले के साथ द्विपक्षीय बैठक का कार्यक्रम है।

जिबूती यात्रा समाप्त होने के बाद राष्ट्रपति 4 से 6 अक्टूबर के बीच इथोपिया कि यात्रा करेंगे। इथोपिया यात्रा के दौरान वहां की राजधानी आदिस अबाबा में राष्ट्रपति मुलातू तेशोमे के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इन दोनों यात्राओं के दौरान राष्ट्रपति प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों से रूबरू होंगे और उन्हें संबोधित करेंगे।

इथोपिया यात्रा के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द आदिस अबाबा विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में शिरकत करेंगे, साथ ही वहां मौजूद विद्यार्थियों को संबोधित भी करेंगे।