पीएम मोदी हमेशा से ही वीआईपी कल्चर को खत्म करने को कहते हैं। लेकिन अपने स्वभाव के अनुरूप वो सिर्फ कहते ही नहीं बल्कि उस बात को खुद पर भी अमल में लाते हैं। जी हां, शनिवार सुबह जब प्रधानमंत्री मोदी पीएमओ से एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए तो एक बार फिर उनके काफिले के लिए दिल्ली के ट्रैफिक को नहीं रोका गया। यह दूसरी बार है जब मोदी के काफिले के लिए ट्रैफिक को ना रोका गया हो। इससे पहले मोदी जब अहमदाबाद में थे तब भी उनके काफिले के लिए ट्रैफिक को ना तो डायवर्ट किया गया था और ना ही रोका गया था। आम तौर पर जिस रास्ते से प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति या मुख्यमंत्री का काफिला गुजरता है, वहां दोनों साइड की ट्रैफिक रोक दी जाती है। लेकिन, दिल्ली के सरदार पटेल मार्ग से जब पीएम मोदी का काफिला गुजरा, तो वहां ट्रैफिक नहीं रोकी गई।
बता दें कि पीएम मोदी असम के लिए रवाना हुए हैं। वो वहां वैश्विक निवेशक सम्मेलन ‘ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2018’ में शिरकत करने गुवाहाटी पहुंचे हैं। राष्ट्रपिता गांधी के सिद्धांतों पर चलते हुए पीएम मोदी ने अन्य नेताओं को भी सीख दी है कि कोई भी काम कहने से पहले उन्हें खुद पर भी उसका प्रयोग करना चाहिए। पीएम मोदी का काफिला सरदार पटेल मार्ग से गुजरते हुए एयरपोर्ट जा रहा था।
हालांकि सुरक्षा के मद्देनजर कोई भी लापरवाही नहीं बरती गई थी और पीएम सुरक्षित एयरपोर्ट पहुंच गए। बता दें कि मोदी सरकार पहले भी वीआईपी कल्चर का विरोध करते आई है। मोदी सरकार के आते ही मंत्रियों और विधायकों के लालबत्ती पर भी पाबंदी लगा दी गई थी। इसके साथ ही यह भी निर्देश दिया गया था कि कोई भी राजनेता अपने पॉवर का गलत इस्तेमाल नहीं करेगा।