प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों से फसलों की सिंचाई में समझदारी से पानी का उपयोग करने पर जोर देते हुए शुक्रवार को कहा कि कृषि लागत में कमी लाने के लिए जल्दी ही देश में व्यापक पैमाने पर खेतों में सोलर पंप लगाये जायेंगे। मोदी ने वीडियो कान्फेंसिंग के माध्यम से लखनऊ में ‘कृषि कुंभ’ को सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर प्रतिबद्ध है और कृषि लागत को कम से कम करने के लिए अनेक कदम उठाये गये हैं ताकि किसानों की आय बढ़ सके। देश में सिंचाई पर खर्च में कमी लाने के लिए निकट भविष्य में बड़े पैमाने पर खेतों में सोलर पंप लगाये जायेंगे।

उन्होंने कहा कि सरकार विज्ञान का लाभ कृषि को देने का प्रयास कर रही है और इसी के ध्यान में रखकर वाराणसी में चावल अनुसंधान केन्द्र की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा  कि देश को आगे ले जाने में किसानों की बड़ी भूमिका होगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन से किसानों को नयी तकनीक की जानकारी मिलेगी तथा कृषि क्षेत्र में नये अवसर मिलेंगे।

प्रधानमंत्री ने कृषि उत्पादों में मूल्य संवर्द्धन पर जोर देते हुए कहा कि इस सिलसिले में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में कई कदम उठाये गये हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि हरित क्रांति के बाद दूध उत्पादन, शहद उत्पादन, पोल्ट्री और मत्स्य पालन पर ध्यान दिया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि कृषि में जल संसाधन का समझदारी से उपयोग ,भंडारण में बेहतर प्रौद्योगिकी , कृषि में नवीनतम तकनी के उपयोग आदि पर कृषि कुंभ में चर्चा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि फसलों के अवशेष जलाने से रोकने के लिए नयी प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाना चाहिए।

उन्होंने फसलों की खरीद के लिए किये जा रहे प्रयासों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की सराहना की। कृषि कुंभ में कुछ विदेशी प्रतिनिधि भी हिस्सा ले रहे हैं।

                                                                                                           –साभार, ईएनसी टाईम्स