बिहार के ऊर्जा क्षेत्र को बुधवार (23 अप्रैल 2025) को एक बड़ी सौगात मिली जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ₹6204.65 करोड़ की विभिन्न विद्युत परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास मधुबनी में किया। इन परियोजनाओं के ज़रिए राज्य में बिजली वितरण प्रणाली को न सिर्फ सुदृढ़ और आधुनिक बनाया जाएगा, बल्कि ग्रामीण व शहरी उपभोक्ताओं को अधिक भरोसेमंद और गुणवत्तापूर्ण विद्युत सेवा भी सुनिश्चित की जाएगी।
आरडीएसएस योजना से बदलेगा बिजली वितरण का चेहरा
इन परियोजनाओं में सबसे बड़ी भागीदारी ‘रीवैंप्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम’ (आरडीएसएस) की है, जिसके अंतर्गत ₹5030.74 करोड़ की लागत से राज्य भर में बिजली वितरण नेटवर्क को नवीन तकनीकों के साथ अपडेट किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य उपभोक्ताओं तक निर्बाध, सतत और गुणवत्तापूर्ण बिजली पहुंचाना है।
अन्य परियोजनाएं भी शामिल
इसके अलावा, कुल ₹1173.91 करोड़ की लागत से निम्नलिखित कार्यों की आधारशिला भी रखी गई:
- 62 गांवों में आवासीय विद्युतीकरण,
- 59 नए पावर सब-स्टेशन का निर्माण,
- पटना विद्युत वितरण प्रणाली का सुदृढ़ीकरण।
इन परियोजनाओं से राज्य में विद्युत बुनियादी ढांचे को और अधिक मजबूती मिलेगी और उपभोक्ताओं को तेजी से, स्थायी और कुशल सेवा प्राप्त होगी।
कार्यक्रम में शामिल हुए कई प्रमुख नेता
इस अवसर पर प्रदेश के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा सहित कई वरिष्ठ मंत्री और अधिकारी उपस्थित रहे।
ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने इस अवसर को बिहार की ऊर्जा यात्रा का ऐतिहासिक दिन बताते हुए कहा, “इन परियोजनाओं से हमारा संकल्प मजबूत हुआ है कि हर घर तक गुणवत्तापूर्ण बिजली पहुंचे।” उन्होंने केंद्र सरकार के सहयोग और प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन को सराहा और कहा कि विभाग इन योजनाओं को समयबद्ध रूप से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।