जहां एक तरफ महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी एक नई पहचान बनाने में सक्षम है और अपने हक की लड़ाई लड़ती हैं। वहीं दूसरी ओर देश के कई गांव में महिलाओं को आज भी कुरीतियों, प्रथाओं और रीति-रिवाजों के आगे अपने घुटने टेक देने पड़ते हैं। ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ से सामने आया है जहां शुद्धिकरण के नाम पर पंचायत ने एक नाबलिग लड़की का सिर मुंडवाया दिया।

छत्तीसगढ़ के कवर्धा में छेड़छाड़ का शिकार हुई एक नाबालिग लड़की का उसके समुदाय की पंचायत ने इसलिए सिर मुंडवा दिया ताकि उसके शुद्धिकरण की प्रक्रिया की जा सके। 4 फरवरी को बैगा आदिवासी समुदाय जिससे कि लड़की ताल्लुक रखती है उसने एक बैठक की और उसके परिवार का बहिष्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि छेड़खानी के बाद लड़की अशुद्ध हो गई है। जिसके बाद समुदाय के सदस्यों ने लड़की के बालों को मुंडवाने का आदेश दिया ताकि उसका शुद्धिकरण किया जा सके। अगले ही दिन लड़की के बाल काट दिए गए। उसके परिवार को समुदाय के लोगों के लिए भोज करवाने के लिए भी कहा गया था।

पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह ने बताया कि बाल मुंडवाने की घटना 5 फरवरी को कुकदुर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले गांव में घटी। यह गांव जिला मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूरी पर है।

घटना के बारे में बताते हुए सिंह ने कहा- जनवरी 21 को लड़की के साथ 22 साल के अर्जुन यादव ने उस समय छेड़खानी की जब वह निर्माण स्थल पर काम करने के लिए गई थी। इसकी जानकारी लड़की ने अपने माता-पिता को दी। जिन्होंने स्थानीय पंचायत को इसके बारे में बताया। अधिकारियों के अनुसार, पंचायत ने अगले दिन मामले को रफा-दफा कर दिया और यादव पर पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया।

पुलिस ने सोमवार को आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। अब समुदाय के उन लोगों की तलाश की जा रही है जिन्होंने इस शुद्धिकरण का आदेश दिया था और उसे करवाया।

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