राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कश्मीर में टेरर फंडिंग को लेकर घाटी में 14 और दिल्ली में आठ स्थानों पर छापेमारी की है । इस दौरान कई हुर्रियत और अलगाववादी नेताओं के घर छापेमारी हुई है। अलगाववादी नेता नईम अहमद के घर पर भी छापा पड़ा है। आपको बता दें कि एक निजी चैनल के द्वारा किए गए स्टिंग में नईम ने पाकिस्तान से पैसे लेने की बात कबूली थी। जिसके बाद उसे हुर्रियत से निकाल दिया गया था। नईम अहमद के अलावा राजा कंवल के घर भी रेड पड़ी है। इस जांच के सिलसिले में घाटी में 14 स्थानों और राष्ट्रीय राजधानी के आठ स्थानों की एनआईए ने आज तलाशी ली है।
कश्मीर, दिल्ली और हरियाणा समेत 22 जगहों पर एनआईए की छापेमारी के दौरान 1.15 करोड़ रुपये, संपत्ति से संबंधित दस्तावेज जब्त किए गए हैं। लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के लेटर हेड, पेन ड्राइव, लैपटॉप को भी एनआईए ने जब्त किया है। छापेमारी के दौरान एनआईए को कई नई जगहों के बारे में पता चला है जिसके बाद उन जगहों पर भी सर्च चल रहा है।
एनआईए फ़ंडिंग को लेकर हवाला ऑपरेटर्स के ठिकानों पर भी छापेमारी कर रही है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की मानें तो हुर्रियत और इन अलगाववादी नेताओं को कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए पाकिस्तान से फंडिंग की जाती थी। इसलिए एनआईए ने पहले प्राथमिक जांच (पीई) दर्ज की और इसे कल शाम को नियमित मामले (आरसी- रेगुलर केस) में तब्दील करके घाटी में अलगाववादी नेताओं की दूसरी पीढ़ी से जुड़े लोगों के घरों पर आज सुबह तड़के तलाशी की।
सूत्रों की मानें तो दिल्ली में करीब आठ हवाला डीलरों और कारोबारियों पर भी छापेमारी की गई है। जिनके यहां छापेमारी की गई है उनमें कट्टरपंथी अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अन्य नेताओं के करीबी सहयोगी और रिश्तेदार शामिल हैं। एनआईए की टीमों ने सोनीपत के दो स्थानों पर भी छापेमारी की है। एनआईए ने हुर्रियत के जिन नेताओं के यहां छापे मारे हैं उनमें नईम खान के अलावा बिट्टा कराटे, जावेद गाजी बाबा भी शामिल हैं। दरअसल फारूक अहमद डार उर्फ ‘बिट्टा कराटे’, जावेद अहमद बाबा उर्फ ‘गाजी’ और नईम खान ने एनआईए के सामने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया था जिसमें पता चला था कि अलगाववादी नेताओं को पाकिस्तान के अलग-अलग चैनल से पैसे मिलते हैं। जिसमें हवाला और क्रॉस बॉर्डर ट्रेड से मुख्य तौर पर पैसा आता है। फिलहाल एनआईए ने इन व्यापारियों की पहचान कर ली है। जल्द ही पाक फंडिंग के मामले में कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।