New Delhi Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार (15 फरवरी, 2024) रात हुई भगदड़ ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में अब तक 18 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें 9 महिलाएं, 4 पुरुष और 5 बच्चे शामिल हैं। जबकि कई अन्य घायल हैं और अस्पताल (LNJP Hospital) में इलाज जारी है। घटना के बाद से ही रेलवे प्रशासन और स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। वहीं, इस त्रासदी पर राजनीतिक नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं।
कैसे हुई भगदड़?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शनिवार रात स्टेशन पर महाकुंभ के लिए यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी थी। प्लेटफॉर्म पर अत्यधिक भीड़ के कारण स्थिति बेकाबू हो गई और अचानक भगदड़ मच गई। चश्मदीदों के मुताबिक, स्टेशन पर पर्याप्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती नहीं थी, जिससे भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, भगदड़ का मुख्य कारण अत्यधिक भीड़ और अव्यवस्थित यातायात प्रबंधन बताया जा रहा है।
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की प्रतिक्रिया
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
“नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में महाकुंभ जा रहे श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत बेहद दुखद एवं पीड़ादायक है। ईश्वर उनकी आत्माओं को शांति प्रदान करें। हादसे में जिन परिवारों ने अपनों को खोया, उन सभी के प्रति मेरी संवेदनाएँ हैं।”
केजरीवाल ने आगे रेलवे प्रशासन से इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की।
योगी आदित्यनाथ का बयान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा,
“नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हादसे में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति, शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।”
योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन से इस मामले की गहन जांच करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए ठोस कदम उठाने का अनुरोध किया।
रेलवे प्रशासन और सरकार की प्रतिक्रिया
घटना के बाद केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ से गहरा दुख हुआ। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। पूरी टीम इस दुखद घटना से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए कार्य कर रही है। इसके साथ ही रेल मंत्री ने कहा कि घटना पर हाई लेवल जांच के आदेश दिए जा चुके हैं।
इसके अलावा, भगदड़ पर नरसिंह देव (प्रिंसिपल चीफ कमर्शियल मैनेजर, उत्तर रेलवे) ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हमने जांच शुरू कर दी है। हम सभी साक्ष्यों को समझने की कोशिश कर रहे हैं। हमने CCTV फुटेज भी देखी है और हम प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी लेंगे। हर तरह के साक्ष्यों की जांच करने के बाद एक जांच रिपोर्ट तैयार की जाएगी और प्रशासन को दी जाएगी।”
भविष्य में ऐसे हादसे रोकने के लिए क्या किया जाना चाहिए?
इस घटना ने एक बार फिर भारतीय रेलवे के भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
- रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष सुरक्षा बलों की तैनाती की जानी चाहिए।
- रेलवे को अत्यधिक भीड़ के दौरान यात्री संख्या सीमित करने के उपाय करने चाहिए।
- इमरजेंसी एग्जिट और सुरक्षा उपायों को बेहतर बनाया जाना चाहिए।
- यात्रियों को समय पर सही जानकारी देने के लिए डिजिटल सूचना बोर्ड और अनाउंसमेंट सिस्टम को अपग्रेड किया जाना चाहिए।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ ने कई परिवारों को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है। यह हादसा एक गंभीर चेतावनी है कि भारत में भीड़ प्रबंधन और यात्री सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। सरकार और रेलवे प्रशासन को इस घटना से सीख लेकर भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने चाहिए।