भारत के लिए आतंकवाद और नक्सलवाद की समस्या बढ़ती जा रही है। एक बार फिर नक्सलियों ने भारतीय जवानों पर हमला करते हुए उन्हें गहरी क्षति पहुंचाई है। नक्सलियों की सबसे बड़ी कायरता यही होती है कि वो पीठ पीछे वार करते हैं। खबरों के मुताबिक, छत्‍तीसगढ़ के सुकमा स्‍थित किस्‍टाराम एरिया में मंगलवार को नक्‍सलियों ने आइइडी विस्‍फोट की घटना को अंजाम दिया। इस विस्‍फोट में सीआरपीएफ के 212 बटालियन के नौ जवान शहीद हो गए। ये ब्लास्ट लैंडमाइन के जरिए किया गया है। इस दौरान नक्सलियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच मुठभेड़ भी हुई है, जिसमें 25 जवान घायल हुए हैं. इनमें से 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है. घायल जवानों को इलाज के लिए रायपुर भेजा जा रहा है। छत्तीसगढ़ के सीएम डॉ. रमन सिंह ने घटना की घोर निंदा की है।

स्पेशल डीजी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी ने बताया, ”सीआरपीएफ के जवान एंटी लैंडमाइन व्हिकल से किस्टाराम से पैलोडी की ओर जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में आईईडी ब्लास्ट होने से 9 जवान शहीद हो गए। मौके पर रेस्क्यू के लिए फोर्स पहुंच चुकी है। वहां फिलहाल गोलीबारी जैसी कोई घटना नहीं हो रही है।” गृहमंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी संज्ञान लेते हुए वहां के हालात को जाना। शहीद जवानों के शवों को हेलीकॉटर से रायपुर पहुंचाया जाएगा। परिवारों को सूचित किए जाने के बाद इनका विवरण सार्वजनिक किया जाएगा। डीजी सीआरपीएफ छत्‍तीसगढ़ के लिए रवाना हो गए हैं।

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दुख प्रकट करते हुए ट्वीट में कहा कि ‘शहीद जवानों के परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं। घायल सैनिकों के शीर्घ स्‍वस्‍थ होने की कामना करता हूं। अधिकारियो का कहना है कि घटना की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल को रवाना किया गया है। साथ ही शवों और घायल जवानों को जंगल से बाहर निकालने की कार्रवाई की जा रही है।