Mehbooba Mufti on Dr Manmohan Singh Demise: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस पार्टी के नेता रहे मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) का निधन बीती रात यानी गुरुवार (26 दिसंबर 2025) को हुआ। 92 वर्षीय मनमोहन सिंह ने एक दशक तक देश के प्रधानमंत्री का पद संभाला (2004-2014)। मनमोहन सिंह के निधन के बाद देशभर में शोक की लहर है। कई राज्य सरकारों ने डॉ मनमोहन सिंह की याद में राजकीय शोक घोषित किया है। कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर राजनीति के बड़े नेता पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। इसी क्रम में जम्मू कश्मीर (अनुच्छेद 370 हटने से पहले वाले कश्मीर की) की पूर्व मुखमंत्री और PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी डॉ मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी और उनके वित्तमंत्री के कार्यकाल और प्रधानमंत्री के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि उस समय जब पूरा विश्व आर्थिक संकट से जूझ रहा था लेकिन डॉ. मनमोहन सिंह की बदौलत उस मंदी का असर भारत पर नहीं हुआ।
PDP अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा, “जब पूरी दुनिया आर्थिक संकट से जूझ रही थी उस वक्त उस मंदी का असर हिन्दुस्तान में इसलिए नहीं हुआ क्योंकि डॉ. मनमोहन सिंह हमारे देश के वित्त मंत्री थे। मैंने अपने जीवन में इतना नर्मदिल इंसान पहले कभी नहीं देखा था।”
महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह 10 सालों तक भारत के प्रधानमंत्री रहे लेकिन उस वक्त किसी भी स्थान पर कभी कोई सांप्रदायिक फसाद नहीं हुआ था… उनकी सबसे अच्छी बात ये थी कि वह बोलते बहुत कम थे लेकिन करते बहुत ज्यादा थे”
एक दशक तक प्रधानमंत्री रहे डॉ. मनमोहन सिंह
डॉ. मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में सेवा की। उनकी सरकार के दौरान मनरेगा और शिक्षा का अधिकार जैसे कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए। इसके अलावा, उनके वित्तमंत्री के कार्यकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था में उदारीकरण की शुरुआत हुई, जिसने देश को आर्थिक रूप से नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
महबूबा मुफ्ती के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, सोनिया गांधी और कई अन्य बड़े नेताओं ने भी डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। सभी ने एकमत से कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह का निधन देश के लिए एक बड़ी क्षति है।
‘…केवल काम करने वालों की ही आलोचना होती है’, बोले फारूक अब्दुल्ला
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त कर कहा, “मैं उनके मंत्रिमंडल में मंत्री था, उनके कार्यकाल में ही नवीकरण ऊर्जा को मान्यता मिली। मुझे उम्मीद है कि उनके द्वारा किए गए काम को आगे बढ़ाया जा सकेगा। अगर कश्मीर में हमारे कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए कोई कदम उठाया तो वह डॉ. मनमोहन सिंह थे। केवल काम करने वालों की ही आलोचना होती है।”
डॉ. मनमोहन सिंह का सादा जीवन और उच्च विचार उन्हें राजनीति के सर्वोच्च शिखर पर ले गया। आज उनके जाने के बाद पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। उनके परिवार और करीबियों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की जा रही हैं। डॉ. मनमोहन सिंह भारतीय राजनीति के इतिहास में एक अद्वितीय नेता के रूप में याद किए जाएंगे।