कर्नाटक में सियासी संकट का खेल अभी खत्म होता नहीं दिख रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने बीजेपी पर उनके विधायकों को लालच देकर अपने पाले में करने की कोशिश का आरोप लगाया है। कुमास्वामी ने कहा कि राज्य में ‘ऑपरेशन कमल’ अभी भी जारी है।
बीती रात बीजेपी ने हमारे चार में से एक विधायक को काफी बड़ी अमाउंट ऑफर की थी। लेकिन हमारे विधायकों ने यह कहकर इसे इनकार कर दिया कि उन्हें इसकी जरूरत नहीं है। सीएम कुमारस्वामी ने कहा कि बीजेपी जनता दल सेकुलर विधायकों को तोड़ने की हर संभव प्रयास कर रही है।
वहीं कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष बी.एस येदियुरप्पा ने कुमारस्वामी के लगाए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि हम किसी ‘ऑपरेशन कमल’ में शामिल नहीं हैं। उनके विधायक खुद ही पार्टी में घमासान से दुखी होकर इससे अलग होना चाह रहे हैं।
येदियुरप्पा ने कहा कि यह कुमारस्वामी की जिम्मेदारी है कि वो अपने विधायकों को एकजुट रखें। उन्हें हमारे खिलाफ आधारहीन बयान देने से बचना चाहिए। हम लोग 106 विधायक (बीजेपी के 104 और 2 निर्दलीय) हैं और यहां विपक्ष में हैं।
बता दें इससे पहले राज्य में तब सियासी संकट खड़ा हो गया था जब पिछले दिनों कथित रूप से मुंबई के एक आलीशान होटल में कांग्रेस के चार विधायकों के साथ रूके दो निर्दलीय विधायकों (एच. नागेश और आर.शंकर) ने कुमारस्वामी सरकार से अपना समर्थन वापस लेने की घोषणा कर दी थी।
बता दें 2018 के मई में हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस और जनता दल सेकुलर (जेडीएस) ने गठबंधन कर राज्य में मिलीजुली सरकार बनाई थी। 224 सदस्यों वाले विधानसभा में 104 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी हालांकि वो फिर भी बहुमत से दूर रह गई थी। कांग्रेस को 80 सीटों पर जीत हासिल हुई थी जबकि जेडीएस के खाते में 37 सीटें आई थी।