बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने गुजरात में उत्तर भारतीयों के खिलाफ लगातार जारी हमले के लिए कांग्रेस को जिम्मेवार ठहराया है। जदयू प्रवक्ता एवं विधान परिषद् सदस्य नीरज कुमार ने आज यहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं से तत्काल हमले रोकने को कहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य के व्यक्ति को देश के किसी भी क्षेत्र में रहने का हक है। किसी भी घटना के लिए दोषी को सजा मिलनी चाहिए लेकिन उसके नाम पर राजनीति चमकाने के लिए पूरे देश, समूह, जाति या राज्य को दोष देना कहां तक उचित है।
उन्होंने कहा, “आपने गुजरात के विधायक अल्पेश ठाकुर को बिहार कांग्रेस का सहप्रभारी नियुक्त किया और फिर उनकी (सेना) ‘गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना’ को बिहारी समेत उत्तर भारतीय लोगों को गुजरात से दरबदर करने में जुटा दिया।” श्री कुमार ने कहा कि गुजरात में आज जो विकास दिख रहा है, वह बिहारी ही नहीं पूरे देश के लोगों ने खून-पसीने से सींच कर किया है। गुजरात ही क्यों देश का कोई भी क्षेत्र एक दूसरे पर आश्रित है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि श्री गांधी को यह बताना चाहिए कि आखिर कांग्रेस के लोगों को उत्तर भारतीयों खासकर बिहारियों से इतनी नफरत क्यों है। ऐसी राजनीति से कुछ हासिल नहीं होने वाला। इससे न केवल बिहार में बल्कि देश में भी कांग्रेस की प्रतिष्ठा घटी है।
जदयू नेता ने कहा कि बिहारी बोझ नहीं, बल्कि बोझ उठाने वाले होते हैं। बिहार के लोग काम बंद कर दें तो गुजरात, मुंबई क्या दिल्ली का कामकाज ठप हो जाएगा। उन्होंने कहा, “आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि आपके दल के विधायक अल्पेश ठाकुर लगातार उत्तर भारतीयों के खिलाफ जहर उगल रहे हैं, रैलियां कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई तक नहीं कर रहे।”
श्री कुमार ने कहा कि इससे बड़ा प्रमाण क्या हो सकता है कि कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकुर और उसके संरक्षण में चलने वाले ठाकोर सेना की आपराधिक कार्रवाई के चलते डरे-सहमे उत्तर भारतीय गुजरात से पलायन कर रहे हैं। उन्होंने श्री गांधी से अल्पेश ठाकुर पर अविलंब अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि ऐसे संकीर्ण मानसिकता वाले व्यक्ति को बिहार में कांग्रेस का सहप्रभारी बनाकर बिहारियों के प्रति घृणा का एहसास कराया है।
उल्लेखनीय है कि गुजरात के हिम्मतनगर में पिछले सप्ताह 14 माह की एक बच्ची से बलात्कार के मामले में बिहार के एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश के कई जिलों में रहने वाले उत्तर भारतीय खासकर बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। अबतक राजधानी गांधीनगर, अहमदाबाद, पाटन, साबरकांठा और मेहसाणा से सैकड़ों प्रवासी अपना कामकाज छोड़कर वापस अपने घर लौट चुके हैं।
–साभार, ईएनसी टाईम्स