करतारपुर गुरद्वारा कॉरिडोर मुद्दे पर पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बदल ने हमला बोला। केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि नाराज़ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सिद्धू को फटकार लगाई है। हरसिमरत कौर ने कहा कि जब सिद्धू ने सुषमा स्वराज से करतारपुर साहिब कॉरिडोर मुद्दे पर पाकिस्तान से वार्ता की पहल की मांग करने की मदद मांगी, तो उन्हें विदेश मंत्री से फटकार मिली। हरसिमरत कौर बादल ने कहा, ‘विदेश मंत्री ने करतारपुर साहिब गलियारा वार्ता में गड़बड़ करने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू को फटकार लगाई। साथ ही निजी दौरे के लिए दी गई राजनीतिक मंज़ूरी का गलत इस्तेमाल कर हमारे सैनिकों की हत्या के लिए ज़िम्मेदार पाकिस्तानी सेनाप्रमुख को गले लगाने के लिए भी सिद्धू को फटकार लगाई गई।’

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘जब सिद्धू वापिस आये तो उन्हें काले झंडे दिखाए गए थे। जो हमारे लोगों को मारता है उससे गले मिलने पर सभी सिद्धू से नाराज़ थे। माफ़ी मांगने के बजाए सिद्धू ने लोगों की भावनाएं के साथ खेला है। सच्चाई यह है कि, पाकिस्तानी सरकार ने अब तक इस पर कुछ भी नहीं बताया है। हफ्ते बीत गए, लेकिन कांग्रेस  के मंत्री ने कोई दस्तावेज सामने नहीं रखे है।’

हरसिमरत कौर ने आगे कहा, ‘मैंने विदेश मंत्रालय को करतारपुर कॉरिडोर पर पाक की ओर से मिली हरी झंडी के मामले पर लिखा।  विदेश मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह सच नहीं है। पत्र में बताया गया कि पाकिस्तान सरकार ने कभी इस पर कुछ भी संवाद नहीं किया। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने इस मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से सवाल किया। उन्होंने कहा, ‘मैं राहुल गांधी से पूछती हूं कि आपकी पार्टी का मंत्री एक दुश्मन राष्ट्र के पास गया, हमारे लोगों को धोखा दिया और सिखों की भावनाओं के साथ खेला। क्या यह सब आपके आशीर्वाद के साथ किया गया था? क्या आप उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे?

इमरान खान के शपथ ग्रहण में सिद्धू पाकिस्तान गए तो उन्होंने वहां कुछ ऐसा कर दिया कि देश में अनावश्यक विवाद शुरू हो गया था। पाकिस्तान जाने को बेहद उतावले रहे नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान में भी वक्त बेवक्त अपना उतावलापन ही दिखाया। भारत में उनके व्यवहार की तीखी आलोचना हुई। सबसे शर्मनाक बात तो यह थी उन्होंने वाजवा को गले लगा लिया था। देश में और खुद उनकी पार्टी के अंदर इस बात को लेकर तीखी प्रतिक्रिया हुई थी। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी नाराजगी जताई थी।