किसी भी कंपनी के कर्मचारी का दायित्व बनता है कि वो कंपनी को आगे ले जाए। उसके विकास के लिए मेहनत करे। पूरी इमानदारी और सतर्कता के साथ कंपनी में काम करे। यही सब चीजें हर कंपनी अपने कर्मचारी से अपेक्षा भी करती है। लेकिन कंपनी का भी दायित्व बनता है कि कर्मचारियों में काम के प्रति उत्साह बढ़ाने के लिए वो उसके काम का प्रतिफल भी दे। अन्यथा धीरे-धीरे कर्मचारियों में कंपनी के प्रति उदासीनता बढ़ जाएगी और वो नीरसता के साथ कंपनी में काम करेंगे।
एक ऐसा ही उदाहरण सामने आया है जहां एक बड़े पद का निर्वहन कर रहे कर्मचारी ने अपने जिंदगी के कई छुट्टियों को कंपनी के नाम कर दिया और कंपनी ने भी उसके इस बलिदान का प्रतिफल इतना दिया कि वो एक मिसाल बन गया। जी हां, इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (L&T) ने लगभग 52 साल तक सेवाएं देने वाले एएम नाइक को रिटायरमेंट पर छुट्टियों के बदले 32.21 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है। नाइक ने 52 में से 17 साल कंपनी के प्रमुख के रूप में अपनी सेवा दी है। नाइक को कुल 38.04 करोड़ का लाभ रिटायरमेंट के समय मिला है।
एएम नाइक 30 सितंबर को कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में रिटायर होंगे। उनकी देखरेख में लॉर्सन एंड ट्रबो कंपनी 19 अरब डॉलर की हो गई और इंजीनियरिंग तथा कंस्ट्रक्शन के अलावा इस कंपनी ने टेक्नोलॉजी, मैन्युफैक्चरिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज के क्षेत्र में भी काम किया। नाइक को रिटायरमेंट पर छुट्टियों के 32.21 करोड़ रुपए के अलावा अनुलाभ के तौर पर 19.27 करोड़ रुपए और कमिशन के तौर पर 18.24 करोड़ रुपए भी मिलेंगे। मौजूदा समय में दुनिया के करीब 30 देशों में इस कंपनी का कारोबार फैला हुआ है। रिटॉयरमेंट के बाद एक अक्टूबर से वह अगले तीन वर्ष के लिए गैर कार्यकारी अध्यक्ष की नई भूमिका निभाएंगे।