नोएडा पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो नौजवान युवक युवतियों को एमबीबीएस की फर्जी डिग्री का लालच देकर विदेश भेजने के एवज में मोटी रकम वसूलने का काम करता था। इस मामले में पुलिस ने सेंट मार्टिन एडमिनीस्ट्रेटिव सर्विस के डायरेक्टर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से करीब साढ़े पांच लाख कैश, लेपटॉप, दो प्रिंटर, एक सीपीयू अभ्यर्थिओं के कागजात, डॉक्टर व पुलिस के फर्जी प्रमाण-पत्र व फर्जी मुहर पुलिस ने बरामद कर ली है।
जांच के बाद पुलिस ने बताया कि नीदरलैंड में सेंट मार्टिन एडमिनीस्ट्रेटिव सर्विस नाम की एक कंपनी है। आरोपी गिरोह एमबीबीएस की फर्जी डिग्री दिलाने के नाम पर नीदरलैंड व अन्य देशों में युवक- युवतियों को भेजने के एवज में उनसे मोटी रकम की वसूली कर रहे थे।
वहीं इस मामले में नोएडा के डीएसपी सेकंड राजीव कुमार का कहना है कि पुलिस ने फर्जी कंपनी के डायरेक्टर अनुज द्विवेदी, डेटा इंट्री ऑपरेटर सुशील कुमार, चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर राघव सिंह, काउंसलर व एडमिन हेड मारुत शर्मा और आईटी हेड हरजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, इस गिरोह के जाल में फंसे पांच लोगों ने शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद सेंट मार्टिन एडमिनीस्ट्रेटिव सर्विस के डायरेक्टर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। ये लोग एक छात्र से 20 लाख रुपए तक की वसूली करते थे। अब तक आरोपी पीड़ितों से लाखों रुपए वसूल चुके थे।