फर्जी एसिड अटैक की पूरी क्रोनोलॉजी: ब्लैकमेलिंग, बदला और झूठे आरोपों के बीच CCTV ने उधेड़ा असली सच

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फर्जी एसिड अटैक की पूरी क्रोनोलॉजी
फर्जी एसिड अटैक की पूरी क्रोनोलॉजी

दिल्ली में सामने आए कथित एसिड अटैक केस ने अब नया मोड़ ले लिया है। जो हमला समाज को हिलाकर रख देता, वह आखिरकार एक सोची-समझी झूठी साजिश साबित हुआ। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह पूरा ड्रामा खुद पीड़िता के परिवार ने रचा था और इसमें मुख्य भूमिका उसके पिता अकील खान की थी।

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी (लॉ एंड ऑर्डर) रवींद्र यादव ने बताया कि जांच के दौरान अकील खान के मोबाइल फोन से जितेंद्र की पत्नी के 13 से अधिक अश्लील वीडियो और करीब 50 आपत्तिजनक तस्वीरें बरामद हुईं। इन्हीं वीडियो-फोटो के आधार पर अकील, जितेंद्र दंपति को लंबे समय से ब्लैकमेल कर रहा था।

पुरानी रंजिश से शुरू हुई साजिश

पुलिस के अनुसार, कहानी की जड़ें एक पुराने विवाद से जुड़ी हैं। जितेंद्र की पत्नी ने पहले रेप और ब्लैकमेल का केस दर्ज कराया था। इससे नाराज़ होकर अकील और उसकी बेटी ने फर्जी एसिड अटैक का प्लान बनाया और जितेंद्र व उसके दोस्तों ईशान और अरमान पर आरोप लगा दिए।

लेकिन तकनीकी जांच में सच्चाई सामने आ गई — घटना के वक्त जितेंद्र की मोबाइल लोकेशन करोल बाग में थी, जबकि कथित हमला भलस्वा इलाके में बताया गया।

पहले भी दे चुका परिवार एसिड अटैक

पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि 2018 में छात्रा के परिवार ने इन दोनों दोस्तों की मां पर एसिड फेंका था, जिसके बाद केस दर्ज हुआ था। इस बार उसी दुश्मनी को आगे बढ़ाते हुए परिवार ने यह “नकली हमला” रचकर पुराना बदला लेना चाहा।

‘फेक स्टोरी’ थी पहले से तैयार

जांच में यह भी सामने आया कि छात्रा ने एसिड बताकर इस्तेमाल किया गया पदार्थ घर से टॉयलेट क्लीनर लाया था। उसके पास दूसरी कुर्ती भी बैग में रखी थी ताकि ज़रूरत पड़ने पर कपड़े बदलकर “हमले” को असली साबित किया जा सके।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, घटना के वक्त छात्रा का भाई भी वहाँ पास में मौजूद था, यानी परिवार को हर कदम की जानकारी थी।

पुलिस का कहना है कि यह मामला झूठे आरोप, ब्लैकमेलिंग और बदले की भावना की मिसाल है — जहाँ एक ही प्लान के जरिए “एक तीर से कई शिकार” साधने की कोशिश की गई।