भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि मध्यप्रदेश में स्वतंत्र और निष्पक्ष निर्वाचन सुनिश्चत करने के लिए निर्धारित लगभग 14,000 मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी। मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के सिलसिले में मुख्य चुनाव आयुक्त ओ पी रावत के नेतृत्व में चुनाव आयुक्त सुनील अरोरा और अशोक लवासा दो दिवसीय दौरे में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की।
रावत ने बताया, प्रदेश में स्वतंत्र व निष्पक्ष निर्वाचन सुनिश्चित करने के लिये निर्धारित लगभग 14,000 मतदान केन्द्रों की वेबकास्टिंग की जायेगी। दो दिवसीय मध्य प्रदेश के दौरे में रावत ने इन्दौर और भोपाल में जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक कर विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की और जरुरी दिशा निर्देश दिये। मुख्य चुनाव आयुक्त ने भोपाल में राजनीतिक दलों के साथ भी बैठक की। बैठक में राजनीतिक दलों की तरफ से अनेक सुझाव चुनाव आयोग को दिये गये। इनमें कुछ दलों ने यह मांग रखी की जब जीतने वाले और हारने वाले प्रत्याशी के बीच 1,000 वोट से कम का अंतर हो तब पुर्नगणना करायी जानी चाहिये।
इसके साथ ही कुछ दलों ने मतदान केन्द्रों पर वीडियोग्राफी कराने और मतदान केन्द्रों के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगाने की मांग की ताकि एक से अधिक बार वोट डालने वालों के प्रयास को रोका जा सके।
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रावत ने कहा कि हमने राजनीतिक दलों के सुझाव नोट कर लिये हैं और इस पर विचार विमर्श किया जायेगा। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में पहली बार चुनाव आयोग ने विधानसभा स्तर पर पर्यवेक्षक नियुक्त किये हैं, जो दिव्यांग मतदाताओं की विशेष रुप से सहायता करेगें।