सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के चर्चित शो कौन बनेगा करोड़पति में भाग लेना किसी के लिए भी एक सपना होता है, लेकिन छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में तैनात डिप्टी कलेक्टर अनुराधा अग्रवाल इसमें हिस्सा लेकर विवादों में आ गई। इस शो में भाग लेने के बाद जब अनुराधा अपने ऑफिस आई तो उन्हें एक नोटिस थमा दिया गया। दरअसल अनुराधा ने कार्यक्रम में भाग लेने संबंधी जो आवेदन किया था उसे प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग के उपसचिव ने अमान्य कर दिया था।
इसको लेकर काफी हो-हल्ला हुआ और सोशल मीडिया में भी लोगों ने प्रशासन की इस कार्यवाही की आलोचना की। मीडिया में मामला सामने आने पर राज्य के सीएम रमन सिंह को इस मामले में खुद हस्तक्षेप करना पड़ा। उन्होंने अफसरों को बुलाकर कहा कि यह विशेष मामला है। सीएम डॉ. सिंह ने बताया कि अनुराधा अपने भाई के किडनी ट्रांसप्लांट के लिए केबीसी शो में जाकर रकम जीतना चाहती थीं। इसलिए उन्हें विशेष अनुमति दे दी जाए।
राज्य के एक सीनियर अफसर के अनुसार, सीएम रमन सिंह ने अफसरों को इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किए, उसके बाद अनुराधा के इस शो में शामिल होने की इजाजत संबंधी औपचारिकताएं पूरी हो पाईं।
आपको बता दें ट्रेनी डिप्टी कलेक्टर पद पर तैनात अनुराधा दिव्यांग हैं। वह किडनी की बीमारी से पीड़ित अपने भाई का इलाज कराना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने शो में हिस्सा लिया। उन्होंने इस में 15 लाख रूपया जीता।
स्थानीय पत्रकारों से बातचीत करते हुए अनुराधा ने बताया कि उन्होंने कलेक्टर और संभागायुक्त के जरिए राज्य सरकार से अनुमति मांगा था। समय पर अनुमति पत्र न मिलने की वजह से वह कलेक्टर से छुट्टी लेकर कार्यक्रम में हिस्सा लेने मुंबई चली गई।