लोकसभा चुनाव के कुछ महीने बचे हैं। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस ने अपनी-अपनी बांहें चढ़ा ली हैं। दोनों ही पार्टियों की नजर सबसे पहले देश के सबसे बड़े राज्य यूपी की ओर जाता है जहां के आंकड़े किसी भी पार्टी की चुनावी गणित बिगाड़ सकती है। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस ने अभी से यूपी की हवाएं अपनी तरफ मोड़ने की कोशिश चालू कर दी है। इसी के मद्देनजर कांग्रेस के नेता और वर्कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलने का संदेश देने के लिए गली-गली ‘रामधुन’ गाएंगे। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में 25 सितंबर से शुरू यह अभियान एक अक्टूबर तक चलेगा। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम के तहत सभी कांग्रेसी बापू के विचार लिखे प्लेकार्ड ‘सत्य-अहिंसा की विचारधारा की हत्या नहीं होने देंगे’ का संकल्प खुद लेंगे और दूसरों को दिलाएंगे।
कांग्रेस इस बार पूरे जोर-शोर से महात्मा गांधी की जयंती मनाने की तैयारी कर रही है। 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती है। कार्यकर्ता पूरे हफ्ते अपने इलाकों में प्रभातफेरी लगाएंगे और रामधुन का जाप करेंगे। इस दौरान कार्यकर्ता शपथ भी लेंगे। करीब तीन दशक से सूबे की सत्ता से बेदखल कांग्रेस सियासी मजबूती हासिल करने को बेताब है। यही वजह है कि वह आए दिन जनता को जोड़ने के लिए नए-नए प्रोग्राम और अभियान चला रही है। अब महात्मा गांधी के सहारे जनाधार बढ़ाने की कोशिश है।
बता दें कि इस कवायद में बीजेपी भी पीछे नहीं है। वह भी महात्मा गांधी के 150वीं जयंती पर अपनी राजनीतिक बिगुल बजाने की हर संभव कोशिश में लगी है। जानकारों का कहना है कि मॉब लिंचिंग, जातीय हिंसा, सांप्रदायिक तनाव, रेप और छेड़छाड़ की घटनाओं के बीच बीजेपी की तरफ से महात्मा गांधी की जयंती पर कई प्रोगाम आयोजित होंगे।