दिल्ली हिंसा मामले में आज कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मंडल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। इस प्रतिनिध मंडल में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पी चिदंबरम, मल्लिकार्जुन खड़गे, ए के एंटोनी, अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद आनंद शर्मा, रणदीप सुरेजवाला समेत कई नेता शामिल रहें।
वहां से निकलकर सोनिया बोलीं- पिछले कुछ दिनों से दिल्ली के हालात खराब है और इस सिलसिले में हमने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने कहा कि बीते दिनों पथराव और लोगों की हत्या हुई है। केन्द्र सरकार और दिल्ली की नई सरकार हिंसा पर मूल दर्शक बनी रही। सोनिया ने कहा कि राष्ट्रपति ने आश्वासन दिया है कि केन्द्र सरकार से बात करेंगे और जरूरी कदम उठाएंगे।
मनमोहन सिंह ने कहा कि दिल्ली में पिछले चार दिनों में जो हुआ है वह राष्ट्रीय शर्म की बात है। इस हिंसा में 200 से ज्यादा लोग घायल हुए है और यह केन्द्र सरकार की विफलता के चलते हुआ है।
बता दें कि बीते रविवार से लेकर मंगलवार तक नागरिकता कानून के पक्ष और विपक्ष में जमकर हिंसा हुई जिसमें अब तक 32 लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा, करीब 250 से अधिक लोग घायल हैं, जिनमें करीब 56 से अधिक पुलिस के जवान हैं।