भारी बारिश और बाढ़ से उत्तर भारत और हिमाचल प्रदेश के लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। हिमाचल के कुल्लू मनाली में बारिश और बादल फटने से हालात खऱाब हैं। बादल फटने से ब्यास नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया जिससे कई लोग बाढ़ के पानी में फंस गए। पानी में फंसे लोगों की जान तो बचा ली गई लेकिन इनकी झोपड़ियां नदी में समा गईं। इतना ही नहीं कुल्लू में रविवार को नदी का बहाव इतना तेज था कि देखते ही देखते एक ट्रक और एक  बस बह गए। हालांकि, इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

कुल्लू और मनाली में सड़कों पर पानी भरने के कारण लोगों का संपर्क मुख्य मार्गों से टूट गया है। चंडीगढ़ में भी मनाली राष्ट्रीय उच्च मार्ग 3 को फिलहाल बंद कर दिया गया है। वहीं मंडी में भी बारिश के नदी-नालों का जलस्तर बढ़ चुका है। जिसके चलते पंडोह डेम के पांचों गेट को भी खोल दिया गया है।

बता दें कि कुल्लू के धोबी-फोजल में 19 यात्री बाढ़ में फंस गए थे। उन्हें सेना ने हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट किया। प्रदेश के आठ जिलों कुल्लू, किन्नौर, चंबा, कांगड़ा, बिलासपुर, सिरमौर, मंडी और शिमला में भारी बारिश के चलते सोमवार को स्कूल बंद कर दिए गए। हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार जल्दी ही प्रभावित लोगों तक मदद पहुंचायेगी।

मौसम के अचानक करवट लेने से दिल्ली एनसीआर के पारे में भी गिरावट आई है। दिल्ली एनसीआर में आज भी बारिश हो सकती है। पिछले तीन दिनों से रुक रुक कर हो रही बारिश और ठंडी हवाओं ने मौसम का मिजाज बदल दिया है।

देहारादून, मसूरी, मनाली, शिमला, नाहन सहित कई पर्वतीय शहरों में ज़बरदस्त बारिश से बाढ़ जैसी स्थितियां भी पैदा हो सकती हैं। पर्वतीय राज्यों में अगले कुछ दिनों तक भूस्खलन की भी आशंका बनी रहेगी। कहीं-कहीं बादल फटने का भी खतरा रहेगा।

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