Akash Chopra on Shubman Gill’s role in Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 के ग्रुप स्टेज में दमदार शुरुआत करने के बाद अब टीम इंडिया सुपर-4 में पाकिस्तान से भिड़ने के लिए तैयार है। रविवार को दुबई में होने वाले इस महामुकाबले से पहले उपकप्तान और ओपनर शुभमन गिल का प्रदर्शन सुर्खियों में है। तीन मैचों में गिल अपनी क्षमता के अनुरूप प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं, जबकि टीम में उनकी अहम भूमिका मजबूत शुरुआत देने की है। इसी पर पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा का मानना है कि गिल से विस्फोटक बल्लेबाज़ी की जगह लंबी और स्थिर पारी की उम्मीद करना ज्यादा सही होगा।
आकाश चोपड़ा का कहना है कि शुभमन गिल से इतनी उम्मीद नहीं रखी जानी चाहिए कि वे हर मैच में विस्फोटक शुरुआत दें। उनका काम टीम को संभालकर आगे ले जाना है। चोपड़ा के अनुसार, गिल को संजू सैमसन (जो कि गिल की एंट्री से पहले ओपनर की भूमिका निभा रहे थे) की तरह आक्रामक शुरूआत करने की अपेक्षा नहीं रखनी चाहिए; बल्कि, उन्हें पारी को लंबे समय तक खेलकर टीम के लिए मजबूत आधार तैयार करना होगा।
तीन मैचों में गिल ने कभी 20 रन पर नाबाद (भारत बनाम यूएई) रहने का मौका पाया, तो कभी पकिस्तान (10 रन) और ओमान (5 रन) के खिलाफ बोल्ड होकर आउट हो गए। इसके विपरीत, उनके जोड़ीदार अभिषेक शर्मा ने टीम को लगातार मजबूत शुरुआत दी है, हर मैच में 30+ रन बनाकर टीम का दबदबा बनाए रखा। चोपड़ा ने कहा कि गिल को अपने इस रोल को समझना होगा और पिच की स्थिति के अनुसार रणनीति अपनानी होगी। दुबई और अबू धाबी की पिचें फिलहाल बल्लेबाजी के लिए बहुत अनुकूल नहीं हैं, इसलिए लंबी पारियों के महत्व को कम नहीं आंकना चाहिए।
इसके अलावा, आकाश चोपड़ा ने सुझाव दिया कि गिल पहले 7 या 10 ओवर गिल को आराम से खेलने चाहिए और फिर अपनी रफ्तार में, जरूरत के अनुसार इजाफा करें। ऐसा करने से पारी को स्थिरता मिलेगी।
इस रणनीति का उद्देश्य स्पष्ट है – भारत की शुरुआत मजबूत हो और पिच के चुनौतीपूर्ण हालातों में भी टीम को दबाव में न आए। एशिया कप के इस बड़े मैच में शुभमन गिल की बल्लेबाजी न केवल टीम की सफलता के लिए निर्णायक होगी, बल्कि उनके नेतृत्व कौशल और संयम की भी परीक्षा होगी।