झारखंड के बोकारो में कुआं चोरी का अजीबो गरीब मामला सामने आया है। गांववालों ने बकायदा थाने में कुआं चोरी की शिकायत भी दर्ज कराई है। आप को यह अजीब जरूर लग रहा होगा लेकिन यह सच। टुपरा पंचायत के नवाबाद गांव के लोग थाने में कुआं चोरी की शिकायत दर्ज करा चुके हैं। अब गांव वाले कुआं चोरी का मुकदमा कचहरी में दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं।
दरअसल, नवाबाद के टुपरा गांव में मनरेगा से एक कुआं बनना था, लेकिन कुआं बनाने में भ्रष्टाचार हुआ। जहां कुआं बनना था वहां नहीं बना, बल्कि सुन्दरबाद के किसी चारदीवारी में बना दिया गया। मामला सामने आने के बाद मुखिया सबलचन्द्र महतो और रोजगार सेवक काशीनाथ सिंह चौधरी कुएं के पास मनरेगा का बोर्ड लगाने पहुंच गए। उन्हें गांव वालों ने देख लिया और वीडियो बनाने लगे। यह देख दोनों बोर्ड छोड़कर भाग निकले। मनरेगा के तहत जो कुआं दिखाया जा रहा है, उसका मास्टर रोल यानी मजदूरों की हाजिरी वाला रजिस्टर भी नवाबाद का दिखाया गया है, जबकि कुआं सुन्दराबाद में बना है।
मामला सामने आने के बाद सरकारी महकमें में हड़कंप मचा है। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने जांच कर रिपोर्ट डीडीसी को सौंपी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस कुएं को बनाने में भ्रष्टाचार हुआ है। कुआं तय जगह पर नहीं बना है। जहां बना वो किसी की निजी संपत्ति है। मुखिया और ग्रामसेवक ये तर्क दे रहे हैं कि जिस जगह पर कुआं बना उसे राज्यपाल के नाम दान दिया गया है।
इस मामले में बोकारो के उपायुक्त मृत्युंजय वर्णवाल ने लोगों को भरोसा दिलाया है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि ना सिर्फ पैसे की रिकवरी की जाएगी, बल्कि मुखिया को पदमुक्त भी किया जा सकता है। साथ ही इससे जुड़े सभी सरकारी कर्मचारियों पर भी कार्रवाई होगी।
गांव वालों ने भी पक्का इरादा कर लिया है। उनका कहना है कि कुंआ नहीं मिला और दोषियों को सजा नहीं मिली तो सीएम से लेकर पीएम तक गुहार लगाएंगे। कचहरी में मुकदमा भी करेंगे।
एपाएन ब्यूरो