Bollywood Double Meaning Songs: बॉलीवुड में गानों की धुन, बोल और म्यूजिक हमेशा से ही लोगों को आकर्षित करते रहे हैं। कुछ गाने अपनी रोमांटिक, इमोशनल और देशभक्ति की भावना से दिलों में बस जाते हैं, तो कुछ गाने अपने एनर्जेटिक बीट्स और मजेदार लिरिक्स की वजह से पार्टी एंथम बन जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि कुछ बॉलीवुड गानों के बोल में डबल मीनिंग भी छुपा होता है?
जी हां! कई गानों में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है, जिनका असली मतलब समझने के लिए आपको थोड़ा नॉटी माइंड रखना पड़ेगा। कुछ गाने इतने स्मार्ट तरीके से लिखे गए हैं कि वे सेंसर बोर्ड की पकड़ में नहीं आए और दर्शकों को सुनने में बड़े कैची लगे। लेकिन अगर इन गानों को ध्यान से सुना जाए, तो आपको उनमें छिपा डबल मीनिंग साफ नजर आ जाएगा।
तो आइए, ऐसे ही कुछ बॉलीवुड गानों पर नज़र डालते हैं, जिनमें सीधे-सीधे नहीं बल्कि इशारों-इशारों में बड़ी दिलचस्प बातें कही गई हैं!
1.“सरकाई लियो खटिया” (राजा बाबू, 1994)

बॉलीवुड के गोल्डन एरा का यह गाना गोविंदा और करिश्मा कपूर पर फिल्माया गया था। फिल्म में उनकी शानदार केमिस्ट्री के साथ-साथ यह गाना भी सुपरहिट साबित हुआ। लेकिन अगर आप इसके बोलों पर ध्यान दें, तो इसके डबल मीनिंग साफ नजर आते हैं।
गाने के बोल:
“सूई चुभे कोई शोला सा भड़के,
सूई चुभे कोई शोला सा भड़के!”
यह गाना एक इंटेंस रोमांटिक सॉन्ग की तरह फिल्माया गया, लेकिन इसके शब्द एक अलग ही कहानी बयां करते हैं।
2.”नमक इश्क का” (ओमकारा, 2006)

गुलजार द्वारा लिखे गए इस गाने को पहली बार सुनकर इसकी धुन और बिपाशा बसु के डांस मूव्स पर ध्यान जाता है। लेकिन अगर इसके लिरिक्स को गौर से सुना जाए, तो इसमें छुपे गहरे अर्थ को समझ पाना मुश्किल नहीं होगा।
गाने के बोल:
“मैं चांद निगल गई दैया रे,
भीतर-भीतर आग जले,
बात करूं तो सेंक लगे!”
अगर आप इन पंक्तियों को ध्यान से समझें, तो पता चलेगा कि गाने में ओरल सेक्स को लेकर काफी सूक्ष्म संकेत दिए गए हैं।
2. “झल्ला वल्लाह” (इशकज़ादे, 2012)

इस फिल्म के गानों ने युवाओं के बीच काफी लोकप्रियता हासिल की थी। परिणीति चोपड़ा और अर्जुन कपूर की केमिस्ट्री शानदार थी, लेकिन इस गाने के शब्दों पर ध्यान दें, तो इसमें डबल मीनिंग साफ दिखाई देता है।
गाने के बोल:
“आशिकों में जिसका टाइटल टाइटैनिक,
मुआ किनारा दिखा के डुबा दे गया!
जिसको मोहब्बत का टीचर कहते रहे,
वो फटीचर इक लैसन में फेल हो गया
कसके जीन पैंट जेंटलमैन जो बने रात भर पजामे से लड़ता रहा”
इसका छिपा हुआ मतलब यह है कि गाने में लड़की ने लड़के के कम सेक्शुअल स्टैमिना पर तंज कसा गया है, जो सीधा-सीधा एक मजाकिया संदर्भ देता है।
3. “चोली के पीछे क्या है” (खलनायक, 1993)

यह गाना उस दौर में विवादों का हिस्सा रहा था, लेकिन माधुरी दीक्षित और नीना गुप्ता के शानदार डांस ने इसे हिट बना दिया। हालांकि, इसके लिरिक्स को देखें, तो आपको अंदाजा हो जाएगा कि इसमें क्या कहा गया है।
गाने के बोल:
“सोती हूँ मैं दरवाजा खोल के,
मेरे सपनों के राजा, जल्दी से वापस आजा!”
यह गाना सिर्फ रोमांस के बारे में नहीं है, बल्कि इसमें एक और गहरा संदर्भ छिपा हुआ है जिसे हर कोई समझ सकता है।
4. “रुक्मणी रुक्मणी” (रोजा, 1992)

इस गाने को बचपन में हम सभी ने गुनगुनाया होगा, लेकिन इसके पीछे की कहानी कुछ और ही है!
गाने के बोल:
“रुक्मणी रुक्मणी, शादी के बाद क्या-क्या हुआ?
कौन हारा, कौन जीता, खिड़की में से देखो जरा,
हो…ओ…ओ…
उंगली से छुआ होगा, कांप गई गोरी तब
हो…ओ…ओ…
कामदेव मस्त होके नाचने लगे थे तब
हो…ओ…ओ…“
गाने में शादी के बाद की सुहागरात का जिक्र किया गया है, जिसे ध्यान से सुनने पर आप खुद समझ सकते हैं।
5. “रिंगा रिंगा” (स्लमडॉग मिलियनेयर, 2008)
इस गाने को सुनते ही आपको ‘चोली के पीछे’ की याद आ जाएगी, क्योंकि इसे भी अलका याज्ञनिक और इला अरुण ने गाया है।
गाने के बोल:
“खटिये पे मैं पड़ी थी,
और गहरी नींद बड़ी थी,
आगे क्या मैं कहूं सखी रे!”
इस गाने को सुनते ही समझ आ जाता है कि इसमें किसी खटमल का जिक्र नहीं है, बल्कि यहां एक बेहद सूक्ष्म लेकिन स्पष्ट संकेत दिया गया है।
6. “सुबह होने ना दे” (देसी बॉयज, 2011)
यह गाना बैचलर पार्टीज़ में आज भी धूम मचाता है, लेकिन क्या आपने कभी इसके शब्दों पर ध्यान दिया है?
गाने के बोल:
“हमको कहते सुपरमैन,
ऑन कर लो हैंडी कैम,
फ्रॉम ए.एम. टू पी.एम,
बंदे ऐट योर सर्विस मैम!”
इसमें सीधे-सीधे वन-नाइट स्टैंड और सेक्शुअल स्टैमिना की बात की गई है, जिसे सुनकर कोई भी आसानी से समझ सकता है।
7. “ये माल गाड़ी तू धक्का लगा” (अंदाज़, 1994)
इस गाने में एक लड़की शादी की पहली रात अपने पति से ये कहती नजर आती है। अब आप खुद ही समझ सकते हैं कि ‘धक्का लगाने’ का असली मतलब क्या हो सकता है।
गाने के बोल:
“ये माल गाड़ी तू धक्का लगा,
गर्म हो गया इंजन इसका,
धक्का देता जा!”
गाने के बोल और फिल्मांकन देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसमें किस बारे में बात की जा रही है।
8. “डी.के. बोस” (दिल्ली बेली, 2011)
यह गाना आते ही हर पार्टी और क्लब में धमाल मचा चुका था। लेकिन गाने के शब्दों को ध्यान से सुनें, तो इसमें एक पन (Pun) छुपा है।
गाने के बोल:
“भाग भाग डी.के. बोस,
डी.के. बोस, डी.के. बोस!”
गाने का असली मतलब समझने के लिए इसे आपको तेजी से दोहराना होगा, और आपको खुद ही पता चल जाएगा कि यह असल में एक गाली की तरह इस्तेमाल किया गया था।
9. “तेरी ले लूं” (तेरे मेरे बीच में, 1984)
जी हां, आपने सही सुना! इस गाने का नाम ही अपने आप में डबल मीनिंग का पावरहाउस है।
गाने के बोल:
“खोल के मुझको दे दे, ओ दे दे दे दे,
खोल के मुझको दे दे!”
अब ये क्या चीज़ खोलने की बात कर रहे हैं, ये आप खुद समझ सकते हैं!
10. “ड्रीमम वेकअपम” (अइय्या, 2012)
रानी मुखर्जी और प्रतीक बब्बर पर फिल्माया गया यह गाना हद से ज्यादा बोल्ड था। गाने के शब्दों में छिपे डबल मीनिंग को समझने में आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी।
गाने के बोल:
“Face to face-um dharti putram,
Top to base-um kamasutra-um,
Thighs-um thunder-um down-um under-um,
Size-um matter-um, think-um wonder-um!”
इस गाने में साफ तौर पर कामसूत्र और शारीरिक संबंधों का जिक्र किया गया है।
11. “चढ़ गया ऊपर रे” (दलाल, 1993)
गोविंदा का एक और गाना जिसने 90s के दौर में धूम मचा दी थी।
गाने के बोल:
“चढ़ गया ऊपर रे,
अटरिया पे लोटन कबूतर रे!”
अब कबूतर यहां क्यों लोट रहा है, यह तो सिर्फ नॉटी माइंड वाले ही समझ सकते हैं! 😆
12. “आई एम अ हंटर” (गैंग्स ऑफ वासेपुर, 2012)
गैंग्स ऑफ वासेपुर एक बोल्ड और अनसेंसर्ड फिल्म थी, तो इसमें इस तरह के गाने होना स्वाभाविक था।
गाने के बोल:
“आई एम अ हंटर एंड शी वॉन्ट टू सी माय गन,
व्हेन आई पुल इट आउट बॉय, द वुमन स्टार्ट टू रन!”
अब यहां ‘गन’ किसके लिए इस्तेमाल हुआ है, ये आपको खुद ही समझना होगा।
13. “रुक्मणी रुक्मणी” (रोजा, 1992)
यह गाना अपने समय में शादी के माहौल में बहुत बजाया जाता था, लेकिन इसके बोलों पर कभी गौर किया?
गाने के बोल:
“रुक्मणी रुक्मणी, शादी के बाद क्या-क्या हुआ,
कौन हारा, कौन जीता, खिड़की में से देखो जरा!”
गाने में सुहागरात को लेकर काफी खुलकर बातें की गई हैं।
14. “खड़ा है” (अंदाज, 1994)
यह गाना सुनने के बाद आपका दिमाग खुद ही गड़बड़ हो जाएगा!
गाने के बोल:
“खड़ा है, खड़ा है,
दर पे तेरे आशिक खड़ा है!”
अब यहां क्या खड़ा है, यह समझने में आपको ज्यादा वक्त नहीं लगेगा!
15. “सुबह को लेती है, दिन में लेती है, रात में लेती है” (अमानत, 1994)
अब यह गाना सुनने के बाद सवाल उठता है कि ‘लेती’ क्या है? ये गाना संजय दत्त और माधुरी दीक्षित की फिल्म अमानत का सॉन्ग है।
गाने के बोल:
“छत पर लेती है, कमरे में लेती है,
बिस्तर में लेती है, खुलेआम।
लेट के लेती है, बैठ के लेती है,
क्या बुरा है, उसका नाम लेती है, किसका?
अपने साजन का, अपने बलम का।”
अब इसमें क्या चल रहा है, यह तो आपको खुद ही समझना होगा।
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