भगवान के प्रती लोगों के मन में शुरू से ही भक्ती की धारणा रही है। लोग भक्ती स्थल जाना बेहद पसंद करते है। वहीं आस्था और विश्वास के समय में कई ऐसे मंदिर हैं जो बेहद रहस्यमयी हैं। कोई मंदिर अपनी रूप रेखा को लेकर, तो कोई अपनी कथाओं के लिए तो कोई अपने प्रसाद के लिए तो कोई चमत्कार के लिए प्रसिद्ध होते है। इन मंदिरों की खासियत उन्हें अनोखा बना देती है।
एक ऐसा ही मंदिर मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में स्थित है। यह मंदिर माता लक्ष्मी जी का है। अगर आप भी ईश्वर भक्ति और सगुन भक्ति के उपासक हैं तो आपको एक बार इस मंदिर में जा कर दर्शन जरूर करना चाहिए। यह मंदिर कई मायने में महत्वपूर्ण माना जाता है। हर मंदिरों में भक्तों को प्रसाद के रूप में मिठाई या अन्य खाने की चीजें प्रदान की जाती है, लेकिन माता लक्ष्मी के इस मंदिर में भक्तों को प्रसाद के रूप में सोने-चांदी और गहने प्रदान किए जाते है। इतना ही नहीं, इस मंदिर में जो भी भक्त आता है उसे सोने-चांदी के सिक्के भी प्रसाद के रूप में दिया जाता है।

इस मंदिर में हर साल लाखों की संख्या में भक्त मां के दर्शन के लिए आते हैं. यहां आने वाले भक्त माता के चरणों में सोने-चांदी के आभूषण चढ़ाते हैं। दीवाली के समय इस मंदिर में बहुत ज्यादा भीड़ लगी रही है धनतेरस से लेकर पांच दिन तक इस अनोखे मंदिर में दीपोत्सव मानाया जाता है। आपको बता दें कि इन पांच दिनों में माता का श्रृंगार भी भक्तों के द्वारा अर्पित किए गए गहनों और धनों से होता है।
दीपावली के समय इस मंदिर में बहुत भीड़ होती है. इस दौरान मंदिर में कुबेर का दरबार लगाया जाता है और जो भी भक्त यहां दर्शन के लिए लंबी कतार में खड़े रहते है। उन्हें इस दरबार में प्रसाद के तौर पर गहनें और सोने-चांदी के सिक्के बांटे जाते हैं। इस मंदिर का अनोखा प्रसाद मंदिर को आकर्षण और आस्था का केंद्र बनाता है। दीपावली के दिन मंदिर का दरवाजा 24 घंटे खुला रहता है. कहते हैं कि इस समय माता के दर्शन से घर में कभी धन-संपत्ति की कमी नहीं होती है। दीपावली के वक्त इस मंदिर का महत्व और बढ़ जाती है। धनतेरस पर यहां महिलाओं को कुबेर की पोटली दी जाती है।
महालक्ष्मी के इस मंदिर में दशकों से गहने और रुपये चढ़ाने की परंपरा कई सालों से चली आ रही है। मान्यता है कि अपने राज्य की समृद्धि के लिए राजा यहां पर धन चढ़ाते थे। तभी से यहां आने वाले भक्त सोने-चांदी और गहने चढ़ाते हैं। कहते हैं कि इससे मां की कृपा हमेशा अपने भक्तों पर बनी रहती है।