गाजियाबाद के विजयनगर इलाके में कुछ अज्ञात बदमाशों ने पत्रकार विक्रम जोशी पर हमला किया था। करीब 5-6 बदमाशों ने पहले विक्रम जोशी को घेरा और फिर उनके साथ मारपीट की, बाद में विक्रम जोशी को गोली मारकर बदमाश फरार हो गए। आपको बता दें इस घटना का सीसीटीवी फुटेजअब सामने आ गया है, जिसमें विक्रम जोशी अपनी दो बेटियों के साथ मोटरसाइकिल से जा रहे दिख रहे हैं। तभी बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और गोली मारी दी, पिता को घायल देख बेटी मदद की गुहार भी लगाती रही। यह पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई. अब पुलिस इस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है।

गोली लगने से घायल पत्रकार विक्रम जोशी की गाजियाबाद के नेहरू नगर स्थित यशोदा अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। विक्रम की हालत नाजुक बनी हुई थी और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा था. उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।

पत्रकार विक्रम ने भांजी से छेड़छाड़ और अभद्र कमेंट करने वाले युवकों के खिलाफ पुलिस से शिकायत की थी, विक्रम द्वारा पुलिस से शिकायत किए जाने से नाराज आरोपियों और उनके कई साथियों ने सोमवार रात विक्रम को घेर कर बेहद करीब से सिर में गोली मारी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने विक्रम की शिकायत को लेकर लापरवाही बरती, शिकायत के बाद मामले में लापरवाही बरतने वाले चौकी इंचार्ज को सस्पेंड किया जा चुका है। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने चौकी इंचार्ज राघवेंद्र को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी प्रथम को सौंप दी गई है।

विक्रम जोशी पर जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है, घटना के बाद गाजियाबाद पुलिस अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी कलानिधि नैथानी ने 6 पुलिस टीमें लगाई हैं।

इस घटना के बाद से राजनीतिक गलियारों में सियासी पारा बढ़ गया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा, ‘अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पर पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या कर दी गयी. शोकग्रस्त परिवार को मेरी सांत्वना. वादा था राम राज का, दे दिया गुंडाराज.’ ऐसे ही कई बड़े नेताओं ने योगी सरकार पर निशाना साधा है।