बचत खाता यानी सेविंग अकाउंट एक ऐसा वित्तीय जरिया है जो लगभग हर बैंक ऑफर करता है और आमतौर पर लोगों के बीच सबसे लोकप्रिय भी होता है। इसमें आप अपनी रकम जमा कर सकते हैं और उस पर ब्याज भी कमा सकते हैं। सबसे खास बात यह है कि ये खाते सुरक्षित होते हैं, आसान पहुँच वाले होते हैं और जमा-निकासी की कोई कड़ी सीमा नहीं होती। यही वजह है कि सेविंग अकाउंट जमा करने के लिए सबसे बेहतर विकल्प माने जाते हैं। भारत में सेविंग अकाउंट के कई प्रकार उपलब्ध हैं, जिन्हें अपनी ज़रूरत और सुविधा के हिसाब से चुना जा सकता है।
सेविंग अकाउंट के मुख्य प्रकार
रेगुलर सेविंग अकाउंट: यह सबसे आम बचत खाता होता है, जिसे ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करके कोई भी खोल सकता है। इसमें आपको जमा राशि पर ब्याज मिलता है, लेकिन कई बार न्यूनतम बैलेंस और वार्षिक शुल्क भी लगता है।
जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट: अगर आप बिना किसी न्यूनतम बैलेंस के खाता चाहते हैं तो यह आपके लिए सही है। इसमें आप बिना किसी आरंभिक जमा के खाता खोल सकते हैं। हालांकि, बैंक द्वारा एटीएम निकासी, चेक बुक और डेबिट कार्ड पर कुछ सीमाएं लगाई जा सकती हैं।
वरिष्ठ नागरिक बचत खाता: 60 साल से ऊपर के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया खाता, जिसमें बेहतर ब्याज दर, कम ब्याज वाले ऋण, और अन्य सुविधाएं मिलती हैं।
महिला बचत खाता: महिलाओं के लिए खासतौर पर बनाए गए खाते, जिनमें महिला विशेष डेबिट कार्ड, आसान लोन, लॉकर पर छूट जैसी कई विशेष सुविधाएं मिलती हैं।
बच्चों का बचत खाता: बच्चों को बचत की आदत डालने और पैसों का सही उपयोग सिखाने के लिए बनाया गया खाता, जिसे माता-पिता या अभिभावक खोल सकते हैं।
तत्काल डिजिटल बचत खाता: इसे आप मोबाइल ऐप या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए मिनटों में खोल सकते हैं। हालांकि, केवाईसी पूरी न करने पर खाता लॉक भी हो सकता है और जमा राशि की सीमा होती है।
सैलरी अकाउंट: नौकरीपेशा लोगों के लिए होता है, जिसमें सैलरी सीधे खाते में आती है। इसमें कई फ्री सुविधाएं जैसे चेक बुक, अंतरराष्ट्रीय डेबिट कार्ड और व्यक्तिगत बीमा मिलती हैं।
पारिवारिक बचत खाता: यह परिवार के सदस्यों के लिए एक ऐसा खाता है जिससे कई सदस्य एक ही आईडी के तहत खाते खोल सकते हैं और पारिवारिक फायदे उठा सकते हैं।
सही बचत खाता चुनने के टिप्स
अपने लिए सबसे उपयुक्त सेविंग अकाउंट का चुनाव करते वक्त अपनी आवश्यकताओं को ध्यान में रखें। ज्यादा ब्याज दर देने वाले और कम या बिना सेवा शुल्क वाले खातों पर नजर रखें। बैंक द्वारा लिए जाने वाले शुल्क जैसे चेक बुक शुल्क, एटीएम कार्ड का वार्षिक शुल्क, फंड ट्रांसफर या स्टेटमेंट फीस का भी ध्यान रखें।
इसके अलावा, देखें कि बैंक आपके लिए क्या-क्या फायदे दे रहा है – जैसे डेबिट कार्ड पर मिलने वाले ऑफर, फ्री नेट और मोबाइल बैंकिंग, कैश जमा या निकासी के लिए डोरस्टेप सेवा आदि। ये छोटे-छोटे फायदे आपके अनुभव को बेहतर बना सकते हैं।
याद रखें, सही सेविंग अकाउंट वही होगा जो आपके बजट, जरूरत और सुविधा के हिसाब से फिट बैठता हो। थोड़ा रिसर्च करें और समझदारी से चुनाव करें, ताकि आपका पैसा सुरक्षित भी रहे और उसका सही इस्तेमाल भी हो सके।