टाटा ग्रुप की सहायक कंपनी टाटा कैपिटल अक्टूबर के पहले हफ्ते में अपना बहुप्रतीक्षित 2 अरब डॉलर (लगभग ₹17,000 करोड़) का IPO लाने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने कंपनी को 30 सितंबर तक सूचीबद्ध होने की जो समयसीमा दी थी, उसे आगे बढ़ा दिया है। माना जा रहा है कि यह निर्गम भारत के वित्तीय सेक्टर का सबसे बड़ा IPO साबित हो सकता है।
कंपनी करीब 18 अरब डॉलर (₹1.5 लाख करोड़) के वैल्यूएशन पर 2 अरब डॉलर जुटाने की योजना बना रही है। यह मूल्यांकन अप्रैल 2025 में दाखिल गोपनीय ड्राफ्ट के समय के 11 अरब डॉलर से कहीं अधिक है।
इश्यू में कितने शेयर होंगे शामिल?
- अपडेटेड DRHP (ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस) के मुताबिक, इस IPO में कुल 47.58 करोड़ शेयर पेश होंगे।
- 21 करोड़ शेयर फ्रेश इश्यू होंगे, जिससे जुटाई गई रकम का इस्तेमाल कंपनी की टियर-1 कैपिटल मजबूत करने और लेंडिंग पोर्टफोलियो बढ़ाने में होगा।
- 26.58 करोड़ शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत होंगे। इसमें टाटा सन्स अपनी 23 करोड़ शेयर और इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IFC) अपनी 3.58 करोड़ शेयर बेचेगी।
- वर्तमान में टाटा सन्स की हिस्सेदारी 88.6% और IFC की 1.8% है।
RBI की गाइडलाइन के तहत अनिवार्य लिस्टिंग
- यह पब्लिक इश्यू RBI के उस नियम के अंतर्गत है, जिसके मुताबिक “Upper Layer NBFCs” को तीन साल के भीतर शेयर बाजार में सूचीबद्ध होना जरूरी है। सितंबर 2022 में टाटा कैपिटल को इसी श्रेणी में रखा गया था।
- IPO से पहले कंपनी ने हांगकांग, सिंगापुर, लंदन, न्यूयॉर्क और भारत में रोडशो आयोजित किए, जहां घरेलू और विदेशी निवेशकों ने बड़ी रुचि दिखाई।
दमदार वित्तीय प्रदर्शन
Q1 FY26 (अप्रैल-जून 2025) में टाटा कैपिटल का शुद्ध लाभ 472 करोड़ से बढ़कर ₹1,041 करोड़ हो गया यानी लगभग दोगुना। इस दौरान कंपनी की कुल आय ₹7,692 करोड़ दर्ज की गई।
निवेशकों की उम्मीदें क्यों बढ़ीं?
- पिछले कुछ IPOs ने बेहतरीन लिस्टिंग दी है।
- HDB Financial Services ने जून 2025 में ₹12,500 करोड़ जुटाए।
- Bajaj Housing Finance का IPO सितंबर 2024 में 135% प्रीमियम पर लिस्ट हुआ।
- इन्हीं सफलताओं के चलते निवेशकों में टाटा कैपिटल IPO को लेकर उत्साह और ज्यादा बढ़ गया है।