देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोई नमस्ते बोले तो वह आपका परिचित नहीं लुटेरा हो सकता है। जी हाँ,ऐसे ही एक लुटेरे गैंग के सदस्यों को दिल्ली पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया है जो महज नमस्ते बोल कर लोगों को लूट लेते थे। बदमाशों के ठाठ ऐसे कि वह ऑडी,रेंज रोवर और बीएमडब्ल्यू जैसी महंगी गाड़ियों में घूमते थे। दिल्ली पुलिस की कारवाई में पकडे गए इस गैंग के चार शातिर बदमाशों ने अब तक 50 से अधिक वारदातों को अंजाम दिया है। आरोपियों में नसीमुद्दीन उर्फ खाली, शकावत, गुलजार और नईम शामिल हैं। आरोपी गुलजार और नईम के पास से पुलिस ने तीन बंदूक, गोलियां व चाकू बरामद किया है।
पुलिस ने यह कारवाई लोगों द्वारा की गई शिकायत के बाद की है। अपनी शिकायत में लोगों ने ‘नमस्ते अंकल‘ बोलकर लूटे जाने की जानकारी पुलिस को दी थी। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एटीएस टीम को जिम्मेदारी सौंपी। जांच के दौरान पुलिस को दिल्ली के मुजफ्फराबाद गिरोह के शामिल होने की सूचना मिली थी। बुधवार को सूचना मिली की गिरोह के सदस्य रानी बाग अंडरपास होते हुए पंजाबी बाग जा रहे हैं, जिसके बाद टीम के सदस्यों ने बैरिकेडिंग करके छानबीन शुरू कर दी। पुलिस की घेरेबंदी से घबरा कर आरोपी भागते हुए गोलियां चलाने लगे जिसके बाद पुलिस ने करवाई करते हुए इन्हें पकड़ने में सफलता हासिल की। इस दौरान किसी के भी घायल होने की कोई खबर नहीं है।
पश्चिमी दिल्ली जिले के डीसीपी विजय कुमार ने बताया कि ये बदमाश सडक़ पर जा रहे कार सवारों को ‘नमस्ते अंकल’ बोलकर रोकते थे और उसके बाद हथियार दिखाकर उन्हें लूट लेते थे। यह गिरोह कंझावला गैंग के नाम से भी जाना जाता था। यह गिरोह पश्चिमी दिल्ली के साथ-साथ साउथ वेस्ट दिल्ली, नॉर्थ वेस्ट दिल्ली और सेन्ट्रल दिल्ली में लूट की 50 से ज्यादा वारदात को अंजाम दे चुका है। यह गैंग इन इलाकों में सुनसान स्थानों पर अकेले कार लेकर जा रहे लोगों के साथ लूटपाट करता था।