भारत इस समय कोरोना जैसी भयंकर महामारी से पीड़ित है। इस बीच तूफान ने भी धावा बोल दिया है। गुजरात से लेकर दमन दीव तक ताउते तूफान से हाहाकार मचा हुआ है। महाराष्ट्र में अब तक 14 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं गुजरात में कई लोग बेघर हो गए हैं। तबाही के इस मंजर का जायजा लेने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात और दमन दीव दौरे पर हैं। पीएम ने घटनास्थल का हवाई दौरा किया।
उन्होंने दीव, ऊना, जाफराबाद और महुवा जैसे इलाकों में ताउते से हुए नुकसान का जायजा लिया। पीएम नरेंद्र मोदी ताउते तूफान से हुए नुकसान और तैयारियों को लेकर अहमदाबाद में एक मीटिंग भी की। गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने पीएम नरेंद्र मोदी की इस दौरान अगवानी की। गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने ट्वीट किया, ‘पीएम नरेंद्र मोदी अमरेली, गिर सोमनाथ और भावनगर जिलों में ताउते तूफान से हुए नुकसान का जायजा लेंगे।’
गुजरात के ऊना और गिर सोमनाथ में चक्रवात के चलते बड़ा नुकसान पहुंचा है। बड़े पैमाने पर संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। यही नहीं भीषण तूफान के चलते कई जगहों पर पेड़ तक उखड़ कर गिर पड़े। गुजरात के अलावा राजस्थान, यूपी और दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में ताउते चक्रवात का असर देखने को मिला है।
तूफान से हुई तबाही को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने 1,000 हजार करोड़ राहत पैकेज की घोषणा की है। वहीं इस आपदा में जिन लोगों ने अपने प्रिय जनों को खो दिया है उनके परिवार को 2-2 लाख का मुआवजा मिलेगा।
बता दें कि, हर चक्रवात को एक नाम दिया जाता है। इस तूफान का नाम म्यांमार ने रखा है। यह बर्मी शब्द है, जिसका मतलब है – अधिक शोर करने वाली छिपकली। चक्रवात को केवल 13 देश ही नाम देते हैं इसमें भारत भी शामिल है। हर तूफान का नाम पहले से ही तय हो जाता है।