सोनू सूद पंजाब के स्टेट आइकन बन गए हैं। लॉकडाउन में गरीबों का मसीहा बने सोनू सूद को चुनाव आयोग ने पंजाब का स्टेट आइकन बना दिया है। इस खबर को सुनते ही सोनू सूद ने कहा, ये पल मेरे लिए बहुत अहम है। ये बता कहते हुए सोनू भावुक हो गए थे। गौरतलब है पंजाब सोनू सूद की जन्म भूमि है। सोनू पंजाब में चुनाव से जुड़ी जागरूकता फैलाते नजर आएंगे। इस पर सोमवार को चुनाव आयोग ने एक पत्र भी जारी किया था।
सोनू सूद कहते हैं कि मैं इस सम्मान के लिए खुद को खुशकिस्मत मानता हूं। सभी का शुक्रिया। पंजाब में जन्म लेना, मेरे लिए इमोशनली यह बहुत मायने रखता है। मुझे खुशी है कि मेरा राज्य मुझपर गर्व महसूस करता है। आगे अच्छा कार्य करने के लिए मैं प्रेरित हुआ हूं।
लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों की हालत खराब थी। वे पैदल ही चलकर अपने घर की तरफ जा रहे थे। इस दौरान सोनू सूद प्रवासी मजदूरों के मसीहा बने। उन्हें अपनी गाड़ी से घर पहुंचाने का काम किया साथ ही, बेरोजगारों को रोजगार देने तक, सोनू सूद ने कई लोगों की जिंदगी बदली। पंजाब के मोगा जिले से ताल्लुक रखने वाले सोनू सूद फिल्म इंडस्ट्री में भी काफी सक्रिय हैं। वह हिन्दी, तमिल और पंजाबी समेत कई भारतीय भाषाओं में फिल्में कर चुके हैं।
खबर के अनुसार लॉकडाउन में किए कार्यों को लेकर सोनू सूद ने एक किताब भी लिखी है। उनकी किताब का नाम ‘आई एम नो मसीहा’ है। यह दिसंबर में लॉन्च होगी। इस समय सोनू सूद फिल्म ‘पृथ्वीराज’ की शूटिंग में व्यस्त हैं। इस फिल्म में अक्षय कुमार और मानुषी छिल्लर मुख्य भूमिका में नजर आएंगे।
बिहार चुनाव के दौरान भी सोनू सूद ने जनता को जागरूक किया था। सोनू ने ट्वीट कर के कहा था, बटन दबाते समय अंगुली का नहीं दिमाग का प्रयोग करें।