कहते हैं जनता में इतनी ताकत होती है कि वे सत्ता के सिंहासन को चंद मिनटों में उखाड़ सकते हैं। राजनेता को उनका कद दिखा सकते हैं। इनका सिंहासन तो अभी सही सलामत हैं लेकिन जनता ने इनको इनका कद जरूर दिखा दिया है।
यहां पर बात महेश्वर हजारी की हो रही है। इनको जनता ने गांव में प्रवेश नहीं करने दिया। मंत्री साहब को आक्रोशित जनता ने खाली हाथ लौटा दिया है।
दरअसल तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीटर हैंडल से एक वीडियों शेयर किया है इसमें महेश्वर हजारी अपने साथियों के साथ कल्याणपुर गांव में चुनाव प्रचार करने के लिए पहुंचे। यहां की जनता इन्हें देखकर इतना आक्रोशित हुई की गांव में प्रवेश नहीं करने दिया। मंत्री साहब को गांव के बाहर से लौटना पड़ा।
महेश्वर हजारी कल्याणपुर सीट से 10 सालों से विधायक हैं। जो कि समस्तीपुर जिले में आता है। ये बिहार कैबिनेट में “उद्योग विभाग और योजना और विकास विभाग” के मंत्री हैं। जनता का आरोप है कि गांव की सड़के गड्ढे में समा गई हैं। रोजगार की तो बात ही न करो।
जनता ने नारे लागते हुए कहा, “सड़क नहीं तो वोट नहीं, रोजगार नहीं तो वोट नहीं” इस वीडियों में मंत्री जी जनता से किसी पत्र के बारे में बहस करते हुए नजर आरहे हैं। इन्होंने गांव में प्रवेश करने के लिए खासा प्रयास किया पर आक्रोशित जनता ने इन्हें खाली हाथ लौटा दिया। वीडियो में बिहार पुलिस का एक कॉस्टेबल भी नजर आ रहा है पर जनता के सामने किसी की एक न चली।
आरजेडी के चिराग तेजस्वी यादव ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा,“नीतीश कुमार जी के कागजी विकास की पोल खुल चुकी है। चाहे वो चमकी बुख़ार हो, जल जमाव हो, बाढ़ हो, सुखाड़ हो, कोरोना हो।”
गौरतलब है बिहार में 28 अक्तूबर से चुनाव होने वाला है ऐसे में सभी नेता प्रचार- प्रसार कर रहे हैं इस दौरान नेताओं को जनता अपना असली रूप दिखा रही है। इनके इस चुनावी पैंतरेबाजी का असर जनता पर क्या होगा, यह जानने के लिए कुछ दिनों का इंतजार करना होगा।