राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र एवं बिहार के महुआ से विधायक तेजप्रताप यादव ने आज कहा कि राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ उन्होंने ‘सुदर्शन चक्र’ उठा लिया है और अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव में धर्मनिरपेक्ष दलों की जीत तय है। पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक के मामले में न्यायालय में अर्जी दाखिल करने के बाद परिवार से नाराज होकर मथुरा-वृंदावन से लौटने के बाद पहली बार यहां राजद कार्यालय पहुंचे श्री यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि घर और बाहर की लड़ायी अलग-अलग है। राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ सुदर्शन चक्र उठा लिया है और फिलहाल वह अपने घर नहीं जा रहे हैं। लोगों के बीच रहकर उनकी समस्याओं को समझेंगे और सुनेंगे।
पूर्व मंत्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार से उन्होंने अपने लिये सरकारी आवास की मांग की है। सरकारी आवास मिलने के बाद वह अपनी राजनीतिक गतिविधियां बेहतर ढंग से संचालित कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि फिलहाल राज्य की जनता का घर ही उनका घर है। अभी वह जनता के बीच रहकर उनका हाल जानना चाहते हैं।
विधायक यादव ने अपने विशेष अंदाज में कहा कि वृंदावन में वह भगवान कृष्ण से वरदान लेने गये थे। राजनीतिक दुश्मनों के सफाये के लिए भगवान कृष्ण ने अपना सुदर्शन चक्र उन्हें दिया है। उन्होंने कहा कि अब वह सुदर्शन चक्र धारण कर चुके हैं और युद्ध का ऐलान हो गया है। युद्ध में साम्प्रदायिक ताकतों की हार तथा महागठबंधन की जीत तय है। यादव ने कहा कि होने वाले लोकसभा तथा इसके बाद विधानसभा के चुनाव में वह कृष्ण की भूमिका में रहेंगे। उनका अर्जुन छोटा भाई तेजस्वी प्रसाद यादव दुश्मनों का सफाया करेगा। छोटे भाई तेजस्वी को राजनीति में आगे बढ़ाने वाले वह ही हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनकी लड़ायी नहीं बल्कि असली लड़ायी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी से है।
राजद विधायक ने कहा कि होने वाले लोकसभा के चुनाव में युवाओं को अधिक सीट पार्टी की ओर से मिलना चाहिए। साम्प्रदायिक शक्तियों के खिलाफ जो भी पार्टी गठबंधन में आना चाहे उसके लिए दरवाजा खुला है।
–साभार, ईएनसी टाईम्स