दिल्ली पुलिस को एक खुफिेया ऑपरेशन के दौरान बड़ी कामयाबी मिली है। दिल्ली पुलिस ने एक संदिग्ध चीनी जासूस को पकड़ा है। आरोपी की पहचान चार्ली पेंग के रूप में हुई है जो 39 वर्ष का है। बताया जा रहा है कि उसके जासूस पूरे देश में फैले हुए हैं।

बता दें कि संदिग्ध को 13 सितंबर को उत्तरी दिल्ली के मजनू का टीला इलाके से गिरफ्तार किया गया था और तब से वह पुलिस कस्टडी में था। गुरुवार को पेंग को चीफ मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट दीपक सहरावत की अदालत में पेश किया गया, जहां उसकी रिमांड सोमवार तक बढ़ाए जाने का फैसला सुनाया गया। पुलिस ने कोर्ट में बताया कि संदिग्ध ‘राष्ट्र-विरोधी’ गतिविधियों में शामिल पाया गया है और पूछताछ के लिए पुलिस को और समय की जरूरत है।

पुलिस ने बताया कि संदिग्ध के पास से उन्हें भारतीय पासपोर्ट और आधार कार्ड मिला है। बरामद पासपोर्ट मणिपुर से जारी किया गया था और आधार कार्ड पर साउथवेस्ट दिल्ली के द्वारका इलाके की एक रेजिडेंशल कॉलोनी का पता है। इसके अलावा, पुलिस ने एक फॉर्च्यूनर, 3.5 लाख रुपये, 2000 डॉलर्स और 22,000 थाइ मुद्रा बरामद की। दस्तावेजों के मुताबिक, आरोपी गुड़गांव के डीएलएफ में रहता था और वहीं एक कंपनी चलाता था।

नॉर्थईस्ट के राज्यों और हिमाचल प्रदेश में पेंग की गतिविधियों को ट्रैक करने के बाद वह खुफिया एजेंसी के रडार पर आया। पुलिस को पता चला है कि वह चीन के नान्जिंग इलाके का रहने वाला है और ट्रेन्ड एजेंट है। वह 5 साल पहले भारत आया था और उसने भारतीय महिला से शादी की। कुछ महीने पहले उसने भारतीय पासपोर्ट बनवाया। आरोप है कि उसने एक करंसी एक्सचेंज कंपनी खोली, जिसके जरिए वह हवाला करता है।

जगह-जगह छापेमारी कर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि पासपोर्ट और आधार कार्ड हासिल करने में किस-किस ने पेंग की मदद की। साथ ही स्पेशल सेल ने कई धाराओं में पेंग के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं पेंग का पीपल्स लिबरेशन आर्मी ऑफ चाइना या पीपल्स आर्म्ड पुलिस फोर्स से तो कोई नाता नहीं।

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