2019 के सियासी घमासान में विरोधियों को पटखनी देने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कमर कसनी शुरू कर दी है। विदेश की धरती से बीजेपी और संघ को निशाने पर लेने वाले राहुल गांधी ने सियासत के मोर्चे पर बीजेपी को धूल चटाने के लिए अपनी पार्टी के सूरमाओं की नई टीम बनाई है। कोर टीम से लेकर प्रचार प्रसार के लिए नई टीम बनाई गई। मेनिफेस्टो समिति भी बनाई गई है। बिखरे विपक्ष के बीच लोकप्रियात के आसमान पर विराजमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2019 में मात देने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नई टीम बनाई है।
राहुल गांधी की इस नौ सदस्यीय कोर कमेटी में। पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद को शामिल किया गया है। लोकसभा में कांग्रेस दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटोनी को भी कोर कमेटी में जगह मिली है। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार रहे अहमद पटेल, जयराम रमेश। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और के सी वेणुगोपाल को भी कोर ग्रुप में शामिल किया गया है। ऐसा माना जाता है कि बीजेपी अपने कार्यों के प्रचार प्रसार को बहुत बेहतर ढंग से करती है।
विपक्ष के हमलों को भी अपने लिए मौकों में तब्दील कर देती है। प्रचार प्रसार के इस मजबूती को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने भी अपनी पार्टी में प्रचार कमेटी का गठन किया है। जो न सिर्फ पार्टी की नीतियों का प्रचार करेगी। विपक्षी दलों के हमलों का जवाब देने की रणनीति भी बनाएगी। प्रचार कमेटी में भक्त चरण दास, आनंद शर्मा, जयवीर शेरगिल, राजीव शुक्लां, दिव्या स्पंदना, रणदीप सुरजेवाला, प्रमोदी तिवारी, मनीष तिवारी, प्रवीण चक्रवर्ती, मिलिंद देवड़ा, पवन खेड़ा, कुमार केतकर और वीडी सतीशन को रखा गया है। कांग्रेस ने मेनिफेस्टो समिति का भी गठन किया है जिसमें सलमान खुर्शीद और शशि थरूर समेत 19 बड़े नेताओं को शामिल किया गया है।
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए राहुल गांधी ने पिछले महीने ही कांग्रेस कार्य समिति यानी सीडब्ल्यूसी का गठन किया था। इसमें अनुभव के साथ युवा जोश को शामिल किया गया था। इसमें राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत तमाम बड़े नेता शामिल हैं। जाहिर है हर पार्टी अपने हिसाब से चुनाव जीतने के लिए रणनीति बनाती है। कांग्रेस भी अपने तरीके से चुनावी समर की तैयारी कर रही है। उसकी ये रणनीति किस हद तक कामयाब होती है। देखना दिलचस्प होगा।